दिल्ली। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ओएसडी आर. एन. दास को सतर्कता विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस कोविड के दौरान पीपीई किट, एन-95 मास्क, कोविड जांच के लिए रैट किट की खरीद में कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों के खिलाफ जाकर निविदा जारी करने को लेकर दिया गया है। सतर्कता विभाग ने ओएसडी को 7 दिनों में जवाब देने के लिए कहा है।
कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि दास कोविड के दौरान तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के ओएसडी थे। इसमें कहा गया है कि बाद में 2023 में जैन के इस्तीफा देने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ओएसडी का पद संभाला। सतर्कता विभाग की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, 2020-21 में जिस समिति ने कोविड के लिए जरूरी उपकरणों की खरीदारी की थी, उसके मुखिया दास थे। उस समिति ने पीपीई किट, रैट किट, एन-95 मास्क, दस्ताने समेत करीब 60 करोड़ से अधिक सामान के खरीद को मंजूरी दी थी। सतर्कता विभाग के नोटिस के मुताबिक इस समिति ने स्वास्थ्य सेवाओं के इन उपकरणों को लेकर जो दरें तय की थीं, वह बहुत ज्यादा थीं।
पीटीआई के अनुसार, रैपिड एंटीजन टेस्ट किट की खरीद का हवाला देते हुए, नोटिस में दावा किया गया कि किट की दर 459.20 रुपये प्रति यूनिट बताई गई थी, जो शुरुआती यूनिट कीमत से 9.20 रुपये अधिक थी। नोटिस में कहा गया है, “यह देखा गया है कि आरएटी किट की दर में हर महीने इतनी गिरावट आई कि छह महीने की अवधि के भीतर, आरएटी किट 31.50 रुपये प्रति यूनिट की दर पर उपलब्ध थी।”सतर्कता निदेशालय ने दास को कारण बताओ नोटिस प्राप्त होने के सात दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। ऐसा न करने पर यह माना जाएगा कि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है और मामले को मौजूदा नियमों के अनुसार बिना किसी नोटिस के आगे बढ़ाया जाएगा।