नई दिल्ली:– 7 सितंबर को देशभर में गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा और इसी के साथ शहर-ए-अदब में बप्पा के स्वागत के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस बार अलग-अलग थीम में बने भव्य पंडालों में बप्पा को बैठाने के साथ बहुत कुछ नया करने की भी तैयारी है। शहर के सबसे भव्य पंडालों में से एक अक्षय समिति द्वारा पेपरमिल कालोनी में आयोजित होने वाले गणेश उत्सव में इस बार बप्पा जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बने 52 फुट ऊंचे भव्य पंडाल में विराजमान होंगे।
यह है गणेश पंडाल का कार्यक्रम
समिति के सचिव प्रतीक सिन्हा ने बताया कि गणेश पंडाल में पाईन की लकड़ी प्रयोग की गई। यह वॉटर प्रूफ होती है। पिछली बार तक हम लोग 4 दिन बप्पा को बैठाते थे पर इस बार उत्सव 9 दिन का होगा। बप्पा की मूर्ति लालबाग के राजा की तर्ज पर 11 फुट की बनवाई गई है। शाम को भव्य आरती होगी, जिसमें हर भक्त को आरती के लिए थाली दी जायेगी। वाराणसी की तर्ज पर मंच से तीन ब्राह्मण बप्पा की आरती उतारेंगे। पंडाल में जगन्नाथ मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारियां देने के लिए फोटो गैलरी भी लगाई जाएगी। 11 सितंबर को पंडाल में भजनगायक ओमकार शंखधर बप्पा का गुणगान करेंगे। वहीं 14 को डांडिया नाइट में झूमते गाते भक्त बप्पा को रिझायेंगे। 15 को भव्य शोभायात्रा के साथ बप्पा अपने धाम लौट जाएंगे।
बदलेगा चौक के गणपति का स्थान
1985 से चौक चौराहे से शुरू होकर 2001 में चौक के कल्ली रामजी मंदिर में होने वाला गणपति उत्सव इस बार भव्य रूप से चौक के राम मनोहर लोहिया लॉन में मनाया जाएगा। श्री गणेश उत्सव मंडल चौक के प्रवक्ता एवं मराठी समाज उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष उमेश पाटिल ने बताया कि चौक के गणपति उत्सव को प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने लखनऊ के राजा की संज्ञा दी थी। इस बार बप्पा की मूर्ति 7 फुट की होगी, जिसे 7 फुट के ही आसान पर विराजमान किया जाएगा। मूर्ति लालबाग चा राजा की तर्ज पर बनाई जा रही। पंडाल को उत्तर प्रदेश की संस्कृति थीम पर सजाया जाएगा। बप्पा के स्वागत के लिए पुणे से विशेष झांज पथक (महाराष्ट्र का विशेष ढोल) आएगा। उत्सव 9 दिवसीय होगा। सुबह 9 और रात 9 बजे मराठी में पांच आरतियां होंगी। इसके आलावा इस बार इंदौर से अहिवाज भंडारे छत्रपति शिवजी पर व्याख्यान देने 9 सितंबर को आएंगे।
प्रकृति संरक्षण का संदेश देंगे बप्पा
फैजुल्लागंज की गणेश विहार कॉलोनी में इस बार बप्पा प्रकृति संरक्षण का संदेश देते हुए विराजमान होंगे। समिति की प्रवक्ता रूबी जायसवाल ने बताया कि हमारी कॉलोनी का जब उद्घाटन हुआ था तो विधायक नीरज बोरा ने यह सलाह दी थी कि बप्पा के नाम पर कॉलोनी है तो बप्पा को विराजमान जरूर करिएगा। तबसे अब तक हम बप्पा को विराजित कर रहे हैं। सात को बप्पा कॉलोनी के एसआर पैलेस में पधारेंगे। उसके बाद से भजन संध्या आरती और झांकियों का दौर शुरू हो जाएगा। तीन दिन बाद 9 सितंबर को बप्पा का विसर्जन सुबह हवन के बाद होगा। इसी दिन भगवान का सहस्त्रार्चन और भव्य शृंगार भी होगा।