नारायणपुर:- बस्तर संभाग में बेमौसम बारिश हो रही है. इसका सबसे ज्यादा असर नारायणपुर में पड़ा है. यहां बारिश के दौरान शनिवार देर शाम को तेज आंधी तूफान भी आया. इस आंधी तूफान से हर ओर तबाही देखने को मिली. करीब 12 से ज्यादा घरों के छत उड़ गए. ताडोपाल का उप स्वास्थ्य केंद्र भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. ग्रामीणों पर तो पहाड़ टूट गया. शनिवार की रात को जान बचाने के लिए ग्रामीणों ने अपने परिचितों के यहां शरण ली. स्थानीय ग्रामीण गीजरू राम, सोमनाथ साहू, तुबुक राम कोर्राम, इसेलाल साहू, सूरज कुमार और सोमसिंह वड्डे के घरों को भारी नुकसान हुआ है.
300 मीटर तक उड़ गए घरों के टीन शेड: ताडोपाल गांव के लोगों ने बताया कि उनके घरों की छतें जो टीन शेड की बनी थी. वह 300 मीटर दूर तक उड़कर गिर गई. यहां स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र के छत की टीन शेड भी तास के पत्तों की तरह उड़ गई. अस्पताल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. दवाइयां और अन्य सामान तितर बितर हो गया. गनीमत रही की उस समय स्वास्थ्य केंद्र में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था. गनीमत रही कि इस तूफान में किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई.
मैं और मेरा पूरा स्टाफ जिला अस्पताल में आयोजित सेक्टर बैठक में शामिल होने गया था. लौटने पर हमें ग्रामीणों से जानकारी मिली कि उप स्वास्थ्य केंद्र की छत उड़ गई है. जब हमने मौके पर पहुंचकर देखा तो भवन का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो चुका था. हेल्थ सेंटर के भीतर रखे निजी और चिकित्सकीय सामान बारिश में भीगकर नष्ट हो गए थे. लगभग 1 लाख रुपए की निजी सामग्री भी इस आपदा में नष्ट हो गई है.- शामदाई कुमेटी, ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी, ताडोपाल उप स्वास्थ्य केंद्र
इस आंधी तूफान से उप स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ दर्जनों ग्रामीणों के घरों को भी भारी नुकसान हुआ है. अनाज भंडार, दैनिक उपयोग की सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के नष्ट होने से प्रत्येक परिवार को लाखों का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है.-सुखदु राम कुमेटी, सरपंच, ताडोपाल
ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग: ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए ग्रामीणों ने सरकार और जिला प्रशासन से तत्काल राहत की मांग की है. उन्होंने तूफान पीड़ितों के लिए उचित मुआवजे की भी मांग की है. ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि उनके गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए पक्का भवन बनवाया जाए. तूफान में हुई तबाही के बाद गांव के सरपंच ने आपदा प्रबंधन विभाग, पटवारी और आरआई को नुकसान की सूचना दे दी है. अब सरकार और जिला प्रशासन सर्वे करवाकर प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम करेंगे.