रायपुर:- ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों की मुसीबत शुरू हो गई है। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर वाहन चालकों को उनकी लापरवाही की सजा देने रविवार से नई व्यवस्था शुरू की गई है। अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर वाहन चलाने वाले चालकों को पांच मिनट के भीतर ई-चालान भेजा जाएगा। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ राजधानी में रोजाना एक हजार से ज्यादा ई-चालान काटे जाते हैं। जिन वाहन चालकों के ई-चालान काटे जाते हैं, उन्हें चालान होने की जानकारी आठ से दस दिन बाद मिलती है।
ऐसे में विवाद की स्थिति निर्मित होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर वाहन चलाने वाले चालकों को पांच मिनट के भीतर ई-चालान मिल सके, इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने स्मार्ट सिटी प्रबंधन से संपर्क कर आईटीएएमएस को अपडेट करते हुए पांच मिनट में ई-चालान जनरेट होने की व्यवस्था किए जाने की मांग की। ट्रैफिक पुलिस की मांग के आधार पर स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने आईटीएमएस सॉफ्टवेयर को अपडेट करते हुए पांच मिनट में ई-चालान जनरेट करने की व्यवस्था की है।
शुरुआत में सौ चालकों के पास पहुंचेगा चालान
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों को पांच मिनट में ई-चालान मिले, इसके लिए प्रयोग के तौर पर शुरुआत में सौ वाहन चालकों को ई-चालान जनरेट कर भेजा जाएगा। प्रयोग सफल होने पर ई-चालान भेजने की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके बाद ट्रैफिक नियम तोड़ वाहन चलाने वाले सभी वाहन चालकों को पांच मिनट के अंदर ई-चालान भेजा जाएगा।
एसएसपी के निर्देश पर व्यवस्था
शहर में लगातार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर वाहन चलाने की शिकायत मिलने के बाद पिछले दिनों एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह आईटीएएमएस का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां पहुंचने के बाद एसएसपी ने देखा कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों को ई-चालान आठ से दस दिन में मिल रहा है। इसके बाद एसएसपी ने ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों को तत्काल ई-चालान भेजने की व्यवस्था करने निर्देश दिए।
रोजाना एक हजार से ज्यादा ई-चालान
राजधानी में ट्रैफिक उल्लंघन करने के मामलों में रोजाना औसतन एक हजार से ज्यादा ई-चालान काटे जाते हैं। साथ ही ट्रैफिक थाने में चार सौ के करीब लोग रोजाना ई-चालान की राशि जमा करने पहुंचते हैं। ई-चालान जनरेट होने में आठ से दस दिन का समय लगने से ट्रैफिक पुलिस को चालानी राशि मिलने में भी देर होती है। पांच मिनट के भीतर ई-चालान जनरेट होने से ट्रैफिक पुलिस को समय पर चालान की राशि मिल सकेगी, साथ ही राजस्व में भी वृद्धि होगी।
ट्रैफिक व्यवस्था में होगा सुधार
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, तत्काल ई-चालान काटे जाने से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर अंकुश लगेगा। राजधानी में ज्यादातर ट्रैफिक सिग्नल जंप करने के साथ ही रांग साइड वाहन चलाने की घटनाएं सामने आती हैं। ज्यादातर ऑटो, ई-रिक्शा के साथ दोपहिया वाहन चालक रांग साइड तथा सिग्नल जंप करते हैं, जिनकी वजह से एक्सीडेंट की घटनाएं होती हैं। पांच मिनट में ई-चालान काटे जाने की व्यवस्था शुरू होने से ट्रैफिक पुलिस को बेवजह विवाद से मुक्ति भी मिलेगी। विवाद की स्थिति निर्मित होने पर ट्रैफिक पुलिस, वाहन चालक को आईटीएमएस के फूटेज दिखाकर उनकी गलती बता सकती है। साथ ही ई-चालान जनरेट होने पर दस मिनट के भीतर ऑनलाइन पेमेंट करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।