बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर अक्सर अपने बयानों और ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहती है। पॉलिटिक्स, पॉलिटिकल विवाद और विषयों पर अपने विचारों को रखने के लिए स्वरा भास्कर कई बार विवादों में भी रह चुकी है। पांच राज्यों में सामने आए नतीजों को लेकर भी लोग स्वरा भास्कर की प्रतिक्रिया का इतंजार कर रहे थे लेकिन स्वरा ने एक लाइन लिखकर इशारों-इशारों में ही अपनी बात कह दी तो लोग भी कमेंट करने लगे।
स्वरा भास्कर ने ट्विटर पर क्या लिखा?: स्वरा भास्कर ने चुनाव नतीजों का बिना जिक्र किए ट्विटर पर लिखा कि “कभी-कभी उम्मीद मजबूरी होती है”। स्वरा भास्कर के इस ट्वीट को लोग चुनाव नतीजों से जोड़कर देख रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सचिन नाम के यूजर ने लिखा कि “कांग्रेस ने पूरी अंग्रेज सरकार को निगल लिया था, भाजपा कोई बड़ी चीज नहीं है उनके लिए, उम्मीद नहीं छोडनी चाहिए।” हिमांशु नाम के यूजर ने जवाब देते हुए लिखा कि “उस समय महात्मा गांधी, नेहरू और पटेल जैसे महापुरुष थे। अभी राहुल गांधी है। डब्बा नहीं उसके अंदर का सामान महत्वपूर्ण होता है।”
श्रेय गोयल नाम के यूजर ने लिखा कि “2 मई को बंगाल में TMC की वापसी हुई तो सड़कों पर मार-काट, रेप हुए, घरों को लूटा गया। विपक्षी कार्यकर्ताओं पर बम, गोलियां बरसाई गईं। बीजेपी को सांप्रदायिक और हिन्दू-मुस्लिम कराने का आरोप लगाने वाले जरा ये बताएं नतीजों के बाद कहां-कहां गोलियां बरसी हैं?” सैम राठौर नाम के यूजर ने स्वरा भास्कर के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि “..और मजबूरी का नाम राहुल गांधी हैं?”
आदि नाम के यूजर ने लिखा कि “…और बेबुनियादी लोग ही अक्सर मजबूर होते हैं।” हैरी काका नाम के यूजर ने लिखा कि “अभी तो 2024 में भी रोना है, फिर 2029 में भी, ये दुख काहे खत्म नहीं होता?” विवेक पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि “अगर ये बात अटल जी 2 सीटों पर समझ लिए होते तो कभी प्रधानमंत्री नहीं बनते। उम्मीद करना मजबूरी है लेकिन चलती का नाम जिंदगी।”
महेश गोहिल नाम के यूजर ने लिखा कि “2024 तक कोई उम्मीद भी मत रखना, लोगों को जिन पर भरोसा होता है वोट भी उन्हीं को देते हैं।” संदीप मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि “कुछ लोगों के लिए “जी हुजूरी” मजबूरी होती है।” विजेंद्र यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “उम्मीद करते रहो, कांग्रेस आए दिन ऐसे ही गड्ढे में गिरती रहेगी। तुम्हारी मजबूरी के दिन जल्दी जाने वाले नहीं है।”
गौरव शर्मा नाम के यूजर ने स्वरा भास्कर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि “अरे बहुत बुरा लगा..लेकिन आपकी ये मजबूरी 2041 तक चलती रहेगी।” अभिषेक नाम के यूजर ने लिखा कि “गलत लोगों और गलतफमी से उम्मीद रखने पर निराशा ही हाथ लगती है।” समर्थ धूमल नाम के यूजर ने लिखा कि “इस ट्वीट को पढ़ने वाली आम जनता के लिए- ‘ये मजबूर हैं, पर आप नहीं’ शिक्षित हो जाओ और रोज सीखो ताकि आपको अपनी कमियों के लिए किसी और को दोष न देना पड़े।”