नई दिल्ली : महिलाओं को समय पर पीरियड्स होने से वह कई तरह की बीमारियों से बचती हैं। आज के समय में जब सभी की लाइफस्टाइल काफी बिजी हो गई हैं,तो इसका असर हमारे शरीर के साथ पीरियड्स पर भी पड़ता हैं। हार्मोनल बदलाव, स्ट्रेस, ट्रैवल, खराब लाइफस्टाइल और पोषक तत्वों की कमी से पीरियड्स लेट होना एक आम समस्या है। लेकिन कई बार महिलाओं को पीरियड्स के लक्षण होने पर पीरियड्स न होने की समस्या हो जाती है।
इस तरह की परेशानी होने पर महिला काफी परेशान होने के साथ वह बाहर जाने से भी कतराती है। पीरियड्स के लक्षण होने पर महिलाओं को क्रैम्प्स का सामना करने के साथ शरीर में कमजोरी का अनुभव होता है। कई बार महिलाएं इसे प्रेग्नेंसी का लक्षण भी समझ बैठती है। लेकिन पीरियड मिस होने के 10 दिन बाद प्रेग्नेंसी का टेस्ट किया जा सकता है।
प्रेग्नेंसी का टेस्ट नेगेटिव होने पर भी अगर आपको पीरियड्स जैसे लक्षण महसूस हो और पीरियड्स न हो, तो इसके कई और कारण भी हो सकते हैं। इस बारे में जानकारी के लिए हमने बात की शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।
कम वजन
शरीर का कम वजन और बॉडी मास इंडेक्स भी मासिक धर्म न आने का कारण बन सकता है। वजन में अचानक आई कमी के कारण पीरियड्स के लक्षण महसूस होने पर पीरियड्स न होते हैं। अचानक वजन कम होने का कारण डाइटिंग और ज्यादा एक्सरसाइज भी हो सकता है।
तनाव
तनाव आज की जिदंगी का हिस्सा बन गया है। लेकिन आपको बता दें, ज्यादा तनाव लेने से महिलाओं को पीरियड्स आने में समस्या हो सकती है। तनाव का स्तर ज्यादा होने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोंन का स्तर बढ़ता है, इस कारण पीरियड्स आने में दिक्कत महसूस हो सकती हैं।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी एक समस्या है। ये समस्या आजकल महिलाओं में बहुत देखने को मिल रही है। पीसीओएस के कारण शरीर में पुरुष एण्ड्रोजन हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है, जो विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकता है। पीसीओएस होने पर महिलाओं को अनियमित पीरियड्स होने के साथ वजन बढ़ना, हेयरफॉल और शरीर की कमजोरी जैसे लक्षण भी नजर आते हैं।
थायराइड
थायरॉयड ग्रंथि शरीर के तापमान, हृदय गति, पीरियड्स में गड़बड़ी, खराब मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल संबंधी पीरियड्स न होने के कारण हो सकते हैं। थायराइड का स्तर ज्यादा होने से महिलाओं को हर महीने पीरियड्स जैसे लक्षण महसूस होने पर भी पीरियड्स होने में समस्या हो सकती है।
दवाएं
कुछ ऐसी दवाएं हैं, जो मासिक धर्म के लक्षण पैदा कर सकती हैं, लेकिन मासिक धर्म आने में परेशानी हो सकती है। ये दवाएं हार्मोन के स्तर को प्रभावित करती हैं, जिससे पीरियड्स न आने की समस्या हो सकती है। ये दवाइयां कई बार पीरियड्स को काफी आगे भी खिसका देती है।
पीरियड्स के लक्षण होने पर भी पीरियड्स न होने के ये कारण हो सकते हैं। हालांकि, ये समस्या होने पर एक बार महिलाओं को डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।