नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बारे में कहा जाता है कि वो जो ठान लेते हैं उसे कर दिखाते हैं. भारत में सड़क विकास के लिए उन्हें खास नाम से भी जानते हैं, चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष हर कोई सड़क निर्माण में उनके योगदान की तारीफ करता है. नितिन गडकरी खुद भी कहते हैं कि आखिर किसी चीज को लटका कर क्यों रखना. जब हम विकास के लिए सड़क की बात करते हैं तो कोई सिस्टम बाधा क्यों बने. सिस्टम तो व्यवस्था में सुधार के लिए ही बनाया जाता है. टीवी के एक कार्यक्रम में उनसे नागपुर जिले की रामटेक का खास जिक्र किया गया था. उनसे एक सड़क के बारे में सवाल पूछा गया था जिस पर उनके ससुर का घर भी पड़ता था.
कांग्रेसी बोलते थे नहीं बनेगी सड़क
नितिन गडकरी ने उस सड़क के बारे में दिलचस्प तरीके से जवाब दिया था. गडकरी ने कहा कि उस रोड के बारे में कांग्रेस के एक बड़े नेता कहा करते थे कि वो सड़क कभी नहीं बन पाएगी. आखिर बात क्या थी. उस नेता ने कहा कि सड़क के रास्ते पर नितिन गडकरी के ससुर का घर आता है, लिहाजा वो उसे तोड़ेगा नहीं. इस तरह की बात पर उन्होंने कहा कि किसी का भी घर हो बुलडोजर लगाकर तोड़ दो. चुने का रेशा मंगवा कर डलवाओ.
पत्नी नाराज हुईं लेकिन..
यही नहीं जब गडकरी से सवाल पूछा गया कि जिस दिन आपने अपने ससुर के घर को तोड़ा तो क्या उस शाम खाना मिला था. इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि पत्नी थोड़ी नाराज हुईं. पत्नी ने कहा कि अगर घर तोड़ना ही था पहले ही बता दिया होता. उनके पिता खुद ही घर तोड़ लेते. उन्होंने अपनी पत्नी को सारी बात बताई और वो मान गईं और उनके फैसले को सराहा.