गरियाबंद। दहशतगर्दों के सामने प्रशासन सुस्त और दहशतगर्द मस्त हैं. छत्तीसगढ़ के 2 राहगीरों की फिर से बेदम पिटाई की गई है. बदमाशों के सामने ओडिशा पुलिस बौनी पड़ गई है. दरअसल, गरियाबंद इलाके में शाम ढलते ही आवाजाही बंद करने की अपील की गई है. अफवाहों पर लगाम लगाने पुलिस प्रसाशन नाकाम साबित हो रही है. कथावाचक युवराज पांडेय से दूरयव्हार का मामला अभी शांत नहीं हुआ है कि देवभोग के करचिया ग्राम में रहने वाले दो युवको की कालाहांडी जिले के सान फूरला गांव में फिर पिटाई हो गई.
करचिया में रहने वाले मधुसूदन सोरी और जोक्सन सोरी को बंधक बना कर पिटाई की गई है. इतना ही नहीं इस घटना के वीडियो को पहले वाले घटना की तरह सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. घटना सोमवार की है. दोनों युवक एक शोक सभा में शामिल होने धर्मगढ़ थाना क्षेत्र के सर्गिगुड़ा गांव गए हुए थे. लौटते वक्त कालोपला पंचायत के सान फूरला गांव में रुक कर एक हैंडपंप में पानी पी रहे थे. सावन के चलते दोनों ने बाल दाढ़ी भी नहीं बनवाया था. उन्हें गांव में रुके देख कुछ लोग पहुंच गए. देखते ही देखते 100 से भी ज्यादा संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग गई, जिसे जैसा बनता वैसे पिटाई की. गांव के एक सरकारी बिल्डिंग में बंधक बनाया, फिर वहां भी लात घूंसे और डंडे और पट्टा से पिटाई की गई. युवक अपनी पहचान बताना चाह रहे थे.
ओड़िसा कालाहांडी में लोगों के दिमाग में अफवाह ऐसा घर कर गया है कि युवकों के मिन्नत भी बेकार गया. पुलिस के हवाले किया गया. कालाहांडी के धर्मगढ़ पुलिस युवकों को सोमवार रात को ले आई. आज परिजनों को सुपर्द किया गया है. लगातार बेकसूरों पर हो रही पिटाई से छतीसगढ़ में जमकर आक्रोश है.