नई दिल्ली:- मानव शरीर मे आंख, नाक,कान सहित बहुत से अंग होते है जिनका हम बहुत ज्यादा ख्याल भी रखते है लेकिन गला शरीर का एक ऐसा अंग है जब खराब होता है तो आप इसे सर्दी जुखाम से जोड़ कर देखते है कई बार आपको सर्दी जुकाम के कारण गले मे दर्द की भी अनुभूति होती है ऐसे में आप खुद से दवा लेकर गले को राहत देने की सोचते हो लेकिन आप को जानकर आश्चर्य होगा कि गले मे होने वाला दर्द, खराश आपके पेट मे होने वाली हाइपर एसिडिटी का लक्षण हो सकता है जिसके कारण आपको इन समस्याओं से दो चार होना पड़ता है.
वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉक्टर दिगपाल दत्त से खास बात की ओर उनसे गले मे होने वाली समस्याओं के बारे में जाना. डॉक्टर दत्त ने ने बताया कि गले की एलर्जी के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. अस्पताल में प्रतिदिन 20 से अधिक मरीज गले में दर्द, चुभन, आवाज में बदलाव और छालों की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. ENT Surgeon Dr Digpal Dutt ने बताया कि इस बढ़ती समस्या का कारण गलत खानपान है. जिससे लोगों को गले की समस्याएं हो रही हैं. कुछ गंभीर मामलों में मरीजों को गले की एलर्जी के साथ-साथ छाले भी हो रहे हैं, जो उनकी स्थिति को और अधिक पीड़ादायक बना रहे हैं. इसका मुख्य कारण पेट मे हो रही Hyper Acidity है.
हाइपर एसिडिटी और गैस का मुख्य कारण : डॉ. दिगपाल दत्त बताते हैं कि मरीज इसे एलर्जी समझकर मेडिकल स्टोर से कई प्रकार की दर्द निवारक दवाइयां और एंटीबायोटिक ले रहे हैं और विभिन्न प्रकार की जांच भी करवा रहे हैं, लेकिन बीमारी का सही कारण पता नहीं चल पा रहा है. इसका मुख्य कारण गलत खानपान व जीवनशैली है, जिसके चलते मरीजों को Hyper Acidity और गैस जैसी समस्याएं हो रही हैं. वर्तमान समय में लोगों का खानपान सही नहीं है और उनकी जीवनशैली में भी काफी बदलाव आ गए हैं. वे कई प्रकार के खाद्य पदार्थ खा रहे हैं, जिससे यह समस्या उत्पन्न हो रही है.
ऐसे रखे अपने गले का ध्यान : उन्होंने बताया कि गले में एलर्जी होने पर दर्द निवारक और एंटीबायोटिक दवाइयां बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि ये दवाइयां पेट में जाकर छाले पैदा कर सकती हैं. यदि गले में दर्द हो या आवाज में परिवर्तन आए , तो मरीज को परेशान नहीं होना चाहिए. अधिक से अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए , और फास्ट फूड से परहेज करना चाहिए. चाय और कॉफी जैसे पेय पदार्थों का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये Hyper Acidity और गैस की समस्या बढ़ा सकते हैं, जो गले की एलर्जी का कारण बनते हैं.