, नई दिल्ली। केंद्र सरकार मानती है कि भारत में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं और उसके लिए पुराने पर्यटन स्थलों में सुविधाओं को ठीक करने के अलावा नये पर्यटन स्थल चिन्हित और विकसित करने की जरूरत है। सरकार इसके लिए सक्रिय भी हो गई है और इसे प्राथमिकता पर एजेंडे में शामिल किया गया है।
चंडीगढ़ में होगी क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंसकेंद्रीय पर्यटन मंत्रालय उत्तर भारत के राज्यों के पर्यटन मंत्रियों के साथ क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस करने वाला है और इसमें प्रमुख एजेंडा पर्यटन स्थलों का विकास और पर्यटन से जुड़े व्यवसाय और व्यापार को आसान बनाना है। राज्य के पर्यटन मंत्रियों की यह क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस 22 अगस्त को चंडीगढ़ में होगी।
राज्यों को किया जाएगा प्रोत्साहितकेन्द्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने स्वीकार किया कि हम पयर्टकों की संख्या बढ़ने के अनुपात में नये पयर्टन स्थल विकसित नहीं कर पाए हैं, लेकिन सरकार अब नये पर्यटन स्थल विकसित करने पर ध्यान दे रही है और क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस में राज्यों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।यह राज्य लेंगे हिस्सा22 अगस्त को चंडीगढ़ में क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस होने वाली है। उत्तर भारत के नौ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इसमें हिस्सा लेंगे। सूत्र बताते हैं कि कांफ्रेंस में मुख्यत: दो एजेंडे हैं। पहला पर्यटन स्थलों का विकास करना और दूसरा पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यापार और व्यवसाय को आसान बनाना। इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल और हरियाणा के पर्यटन मंत्री और अधिकारी हिस्सा लेंगे।
वित्तीय सहायता प्रदान करेगा केंद्रपर्यटन स्थल चिन्हित करने का अधिकार राज्यों को है। केंद्र सरकार उनके विकास में वित्तीय और अन्य सहयोग देती है। इस कॉन्फ्रेंस का एक उद्देश्य पर्यटन में राज्यों की सहभागिता और क्षमता बढ़ाना भी है। इस वर्ष की यह पहली क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस है। इसमें उत्तर भारत के राज्य हिस्सा लेंगे इसके बाद ऐसी ही क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस पश्चिम, पूर्व, और दक्षिण के लिए भी होंगी