नई दिल्ली:– भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ अपने घर में सीरीज खेल रही है। दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेली गई, जिसमें टीम की कमान सूर्यकुमार यादव के पास थी। सूर्या की कप्तानी में टीम इंडिया ने धांसू प्रदर्शन किया और सीरीज पर 4-1 से कब्जा जमाया।
अब टीम इंडिया का अगला मिशन वनडे सीरीज को जीतने पर है। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया का कॉन्फिडेंस बूस्ट होगा। वहीं, बतौर हेड कोच गौतम गंभीर के लिए चैंपियंस ट्रॉफी असली अग्निपरीक्षा होने वाली है। इस चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अभी भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलनी है, जिसमें गंभीर और रोहित अपने सारे पैंतरे आजमाने उतरेंगे।
मुख्य कोच Gautam Gambhir की अग्निपरीक्षा
गौतम गंभीर ने जब भारतीय टीम के मुख्य कोच का पद संभाला था तो उनकी पहली चुनौती श्रीलंका दौरा था, जहां भारत को वनडे सीरीज में 2-0 से हार मिली थी। हालांकि टी-20 सीरीज भारत ने जीती थी और इस प्रारूप में गंभीर की देखरेख में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है। श्रीलंका दौरे के बाद न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद अब गंभीर की असली परीक्षा होगी।
इंग्लैंड से वनडे सीरीज के बाद भारतीय टीम चैंपियंस ट्राफी खेलेगी तो गंभीर की देखरेख में पहला आईसीसी टूर्नामेंट होगा। ऐसे में गंभीर को चैंपियंस ट्राफी से पहले इंग्लैंड के विरुद्ध सभी प्रयोगों को आजमाना होगा। हालांकि गंभीर ने टी-20 सीरीज के बाद स्पष्ट कर दिया था कि टीम के आक्रामक क्रिकेट खेलने की अप्रोच नहीं बदलेगी और वह वनडे में भी इसी तरह खेलेगी।
रोहित और विराट की फॉर्म चिंता का विषय
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने रणजी ट्रॉफी मैच खेला, लेकिन वहां भी दोनों खिलाड़ियों को संघर्ष करते हुए देखा गया। रोहित तीन और विराट 6 रन ही बना सके। इससे पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी दोनों का बल्ला खामोश रहा था। कोहली ने सिर्फ पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी। इसके बाद वह रन बनाने के लिए तरसते दिखे। वहीं, रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 3 मैच खेलते हुए 31 रन ही बनाए।
Gautam Gambhir ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को दी ये अहम सलाह
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा हेड कोच गंभीर ने कहा कि जब तक आप अधिक जोखिम वाला क्रिकेट नहीं खेलते हैं तब तक आपको उचित इनाम भी नहीं मिलेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। हमारी टीम निस्वार्थ और निडर क्रिकेट खेलती है और मुझे लगता है कि पिछले छह महीनों में हमारे खिलाड़ियों ने लगातार ऐसा किया है।