गया: दलाई लामा ने कहा कि चीन ने बौद्ध धर्म को नुकसान पहुंचाने की बहुत कोशिश की बौद्ध विहार को तोड़ा, हमारे लोगों को जहर दिया। इसके बाद भी हम लोगों की आस्था अपने धर्म और भगवान बुद्ध में कम नहीं हुई। चीन की कोशिशों के बावजूद बौद्ध धर्म अपनी जगह पर खड़ा है। किसी के नुकसान पहुंचाने से किसी का धर्म खतरे में नहीं पड़ता। लामा ने कहा कि आज भी चीन में बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं।
दलाई लामा ने कहा कि कोरोना महामारी परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक है। चीन वर्तमान में कोविड-19 के कारण कठिन स्थिति से गुजर रहा है। मेरी सहानुभूति चीन के लोगों के साथ है। हमें उनके लिए प्रार्थना करनी होगी। दलाई लामा ने अपने उपदेश में कहा कि कोरोना महामारी परमाणु बम से ज्यादा खतरनाक है। हमें एक परमाणु बम और एक महामारी मुक्त दुनिया बनाने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि बचपन से ही मैं बुद्ध का अभ्यास करता आ रहा हूं। भारत आने के बाद मैं बुद्ध के अधीन हो गया। परमाणु बम की घटना हमेशा दर्दनाक होती है।