चंडीगढ़: गुजरात में 2002 में हुए गोधरा ट्रेन अग्निकांड पर आधारित हाल ही में रिलीज हुई हिंदी फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ को हरियाणा में टैक्स फ्री घोषित कर दिया गया है. मंगलवार शाम को फिल्म देखने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसकी घोषणा की. मुख्यमंत्री सैनी ने फिल्म की स्टारकास्ट, प्रस्तुतकर्ता एकता कपूर और निर्माता अमूल मोहन के साथ फिल्म देखी. इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि साबरमती रिपोर्ट राज्य में टैक्स फ्री होगी, जिससे इसे मनोरंजन कर से छूट मिलेगी.हरियाणा में साबरमती रिपोर्ट टैक्स फ्री: भाजपा शासित अन्य राज्य छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश पहले ही फिल्म को टैक्स फ्री कर चुके हैं. अब हरियाणा में भी इसे फ्री कर दिया गया है. ये फिल्म 15 नवंबर से सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. साबरमती रिपोर्ट में विक्रांत मैसी के साथ रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना मुख्य भूमिकाओं में हैं. इसका निर्देशन धीरज सरना ने किया है और इसका निर्माण अमूल मोहन ने किया है, जबकि एकता कपूर प्रस्तुतकर्ता हैं.
सीएम नायब सैनी ने फिल्म देखने के बाद कहा कि फिल्म में अतीत की घटनाओं को तथ्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है.सीएम नायब सैनी ने की घोषणा: सैनी ने कहा कि इससे पहले विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं की दुर्दशा पर आधारित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में सच्ची घटनाओं को सामने लाया गया था. बता दें कि 27 फरवरी, 2002 को गोधरा स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के एक कोच में आग लगा दी गई थी, जिसमें 59 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर कारसेवक थे. इस घटना के बाद गुजरात में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क गए थे.
हरियाणा के लोगों से की फिल्म देखने की अपील: सैनी ने एक्स पर फिल्म के बारे में पोस्ट भी किया और कहा कि फिल्म के जरिए गोधरा कांड की सच्चाई सबके सामने आ गई है. सच्चाई को अंधेरे में नहीं छुपाया जा सकता. उन्होंने कहा “दुर्भाग्य से, इस सच्चाई को सामने आने में 22 साल से ज्यादा का समय लग गया। मैं फिल्म के सभी कलाकारों को बधाई देता हूं क्योंकि उन्होंने बहुत साहस दिखाया है”. सीएम सैनी ने हरियाणवियों से अपने परिवारों के साथ फिल्म देखने का अनुरोध किया है.
चंडीगढ़ में फिल्म की स्टार कास्ट रही मौजूद: एकता कपूर और राज्य भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली के साथ मौजूद सैनी ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि फिल्म में घटना को संवेदनशीलता के साथ दिखाया गया है. ट्रेन दुर्घटना में यात्रियों के जिंदा जलने की घटना का जिक्र करते हुए सैनी ने कहा कि कुछ लोगों ने अपने हितों की पूर्ति के लिए इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि फिल्म वास्तविकता को सामने लाती है और यह उन 59 लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है. जिन्होंने अपनी जान गंवाई.