अशोकनगर: मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के ईसागढ़ थाना क्षेत्र में एक ग्रामीण की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस जहां इसे ‘किसान द्वारा आत्महत्या’ का मामला बता रही है, वहीं प्रशासन का कहना है कि उसकी मृत्यु पेट दर्द की शिकायत के चलते संदिग्ध परिस्थितियों में हुयी है और प्रारंभिक जांच में उसके द्वारा जहर के सेवन की पुष्टि नहीं हुयी है।
पुलिस की ओर से जारी प्रेस नाेट में कहा गया है कि पिपरोल गांव निवासी 43 वर्षीय धनपाल सिंह यादव नाम के व्यक्ति की कल देर रात मृत्यु हुयी है। उसका आज यहां परिजनों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया और शार्ट पीएम रिपोर्ट में जहर के सेवन की पुष्टि नहीं हुयी है। उसका बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है और मामले की जांच ईसागढ़ पुलिस को सौंप दी गयी है।
प्रेस नोट में मृत ग्रामीण के परिजन शिशुपाल और विजय पाल के हवाले से बताया गया है कि उन्हें धनपाल (मृतक) के स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी प्राप्त हुयी थी और वे ईसागढ़ अस्पताल पहुंचे, जहां वह भर्ती था। इसके बाद उसे कल रात ही यहां जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि इलाज के दौरान धनपाल ने उन्हें पेट दर्द और उल्टी आने की शिकायत बतायी थी।
इस संबंध में ईसागढ़ थाना प्रभारी दीप्ति सिंह चौहान ने बताया कि शुरुआती जांच में अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि उसकी मौत जहर खाने से हुई है। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक की पत्नी द्वारा पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार उसका पति शराब का आदी था। वह बीते चार दिनों से लगातार शराब पी रहा था। कल शाम पेट दर्द होने पर उसे ईसागढ़ अस्पताल ले जाया गया था।
इसके पहले इस संबंध में प्रारंभिक सूचनाओं में बताया गया था कि धनपाल ने हाल ही में अति बारिश के कारण फसल खराब होने और हाल ही में खाद नहीं मिलने के कारण परेशानी के चलते जहर खाकर जान दी है।
अशोकनगर कलेक्टर उमा आर माहेश्वरी का कहना है कि मामले की जांच के लिए गठित की गई प्रशासनिक टीम को दिए गए लिखित बयान में मृतक के परिजनों ने खाद की समस्या का उल्लेख नहीं किया है। कलेक्टर ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि मृतक पेशे से ड्राइवर था और वह बाहर रहता था। उसे पेट दर्द की समस्या हुई थी, जिसके बाद उसकी मौत हुई। कलेक्टर का कहना है कि मृतक के नाम किसी भी तरह की जमीन नहीं है, हालांकि उसके पिता के नाम जरूर जमीन है।
इसके पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सुबह ही ट्वीट के जरिए आरोप लगाया कि ‘किसान’ ने खाद नहीं मिलने पर जहर खाकर आत्महत्या की। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट के साथ पोस्ट करते हुए राज्य की भाजपा सरकार पर खाद की कालाबाजारी करने संबंधी और अन्य आरोप भी लगाए हैं।
दूसरी ओर प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट के जरिए कांग्रेस पर हमला किया और लिखा है, ‘किसान को आत्महत्या के लिए मजबूर कैसे किया जाता है…? कांग्रेसियो! यह बात अपने विधायक अजब सिंह कुशवाह से पूछो। अशोकनगर में जिसने आत्महत्या की, वह नशे की आदत से ग्रस्त ड्राइवर था, किसान नहीं।’
ग्वालियर में दो दिन पहले एक किसान द्वारा आत्महत्या के मामले में पुलिस ने जांच के बाद विधायक अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। संपत्ति संबंधी विवाद के चलते किसान ने हाल ही में आत्महत्या की थी।