(नई दिल्ली)। प्रॉपर्टी की कीमतें दिन ब दिन बढ़ती जा रही है, जो फ्लैट या प्लॉट आज से 10 साल पहले 250 रुपये स्क्वेयर फीट की कीमत पर मिल रहा था आज उसका भाव 2000 से 2500 रुपये स्क्वेयर फीट है यानी कीमतें 10 गुना से ज्यादा बढ़ी है. कोरोना काल के बाद तो रियल एस्टेट मार्केट में और तेजी आई है. ऐसे में अब सवाल है कि क्या इस साल भी कीमतों में उछाल जारी रहेगा.
रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़ी विभिन्न रिपोर्ट्स से पता चला है कि 2023 में देश के प्रमुख महानगरों में प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ीं. हालांकि, उच्च ब्याज दरों के कारण बिक्री उस लिहाज से ज्यादा नहीं रही. 50 लाख से कम बजट वाले मकानों की बिक्री घटी, जबकि मजबूत डिमांड के साथ प्रीमियम सेगमेंट की प्रॉपर्टी के प्राइस बढ़े हैं.2023 में भी प्राइस और डिमांड में रहा उछालमनी कंट्रोल में छपी रिपोर्ट में रियल एस्टेट के जानकार, विशाल भार्गव के अनुसार, पिछला साल वास्तव में सुपर-लग्जरी हाउसिंग मार्केट का था. प्राइस और डिमांड दोनों अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गए.
चुनिंदा परियोजनाओं के लिए कीमतें 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ग फुट के करीब रहीं.उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि 2024 में सुपर-लग्जरी प्रॉपर्टी की मांग जारी रहेगी और हम मुंबई जैसे महानगर में 2 लाख रुपये प्रति वर्ग फीट के नए रिकॉर्ड कीमत वाले घर देखेंगे. हालांकि, कम आय वाले लोगों को यह कीमतें अजीब लग सकती हैं.“चुनाव के आसपास स्थिर रहेंगी कीमतें”वहीं, रियल एस्टेट रिसर्च एंड कंस्लटिंग फर्म के फाउंडर प्रदीप मिश्रा ने कहा, “इस साल भी लग्जरी अपार्टमेंट का ट्रेंड बरकरार रहेगा. हालांकि, आम चुनाव के आसपास प्रॉपर्टी की कीमतें स्थिर रह सकती हैं इलेक्शन के बाद ही बाजार को नई दिशा मिलेगी.”
मुंबई, देश की आर्थिक राजधानी है, जहां अरबपति उद्योगपतियों के साथ-साथ फिल्म इंडस्ट्री के तमाम कलाकारों के आशियाने है इसलिए प्रॉपर्टी की डिमांड मुंबई में हमेशा से रही. चाहे घर खरीदना हो या किराये पर लेना हो, मुंबई में दोनों ही बड़ा महंगा सौदा है. मुंबई में सी-फेसिंग यानी समंदर के सामने वाली प्रॉपर्टियों की कीमत बहुत ज्यादा होती है.