मध्य प्रदेश: विधानसभा चुनावों को संपन्न हो चुके हैं. अब सभी प्रत्याशियोंक की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में कैद हो चुकी है. अब सभी को 3 दिसंबर का इतजार है जब हार और जीत का फैसला होगा. मध्य प्रदेश के इस कांटे की टक्कर वाले चुनाव में राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पूरी तागत झोंक दी है. कई दिग्गजों ने मध्य प्रदेश में लंबे समय से अपना डेरा डाल रखा था. तमाम सर्वे और राजनेताओं की ओर से प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर अपने अपने दावे किए गए हैं. इसी बीच इंडिया टुडे ग्रुप से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खास बातचीत के दौरान दावा किया कि बीजेपी मध्यप्रदेश में एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है.
जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल पूछा गया दिग्विजय सिंह कहते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में ‘महाराज’ थे और बीजेपी में जाकर ‘भाईसाहब’ हो गए, आप पर क्यों हमलावर हैं? सिंधिया ने बड़ी ही चालाकी इसका जवाब देते हुए कहा मुझे भी भाईसाहब बनकर ज्यादा अच्छा लगा रहा है. दिग्विजय जी को धन्यवाद देना चाहता हूं. कि मेरे इस परिवर्तन में उनका काफी योगदान रहा.
प्रियंका और सिंधिया के बीच बयानबाजी पकड़ी गति
मध्य प्रदेश चुनाव हो या फिर राजस्थान का चुनाव प्रियंका गांधी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर एक के बाद एक हमले कर रही हैं. जिसको लेकर न सिर्फ सिंधिया पलटवार कर रहे हैँ. बल्कि प्रियंका भी इस तीखी बहस को आगे बड़ा रही है. जब इस पूरी बयानबाजी पर सिंधिया से सवाल किया गया कि आपकी और प्रियंका गांधी की बयानबाजी पर्सनल होने लगी है? इस पर सिंधिया ने जवाब देते हुए कहा कि इस पर्सनल बयानबाजी की शुरूआत किसने की थी.
मैं सीएम की रेस में नहीं-सिंधिया
सिंधिया ने खुद को सीएम की रेस फेस की रेस से बाहर बताते हुए कहा कि मैंने बारंबार कह दिया है कि मैं 2013 में सीएम पद की रेस में नहीं था. 2018 में भी नहीं था और 2023 में भी नहीं हूं और न ही आगे रहूंगा. मेरे पूज्य पिताजी भी सीएम पद की रेस में नहीं थे और आजी अम्मा भी मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं थीं. सिंधिया परिवार का लक्ष्य कुर्सी नहीं, सेवा, विकास और प्रगति है.