नई दिल्ली:– केंद्रीय रेल बजट ने झारखंड के लिए विकास के नए द्वार खोल दिए हैं। केंद्रीय रेल बजट में टाटानगर से वाराणसी और बिलासपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की घोषणा की गई है।
इस बजट में राज्य के लिए 5000 करोड़ रुपये का आवंटन, चक्रधरपुर मंडल में चतुर्थ रेल लाइन की मंजूरी, कवच सुरक्षा प्रणाली की स्थापना, नई रेल परियोजनाओं का शिलान्यास, अमृत भारत स्टेशनों का विकास और पुरानी पटरियों का उन्नयन, ये सभी प्रावधान राज्य में रेलवे के कायाकल्प का संकेत देते हैं।
इस बजट से यात्रियों की सुविधाओं में और इजाफा होगा।
वंदे भारत से तीव्रगामी यात्रा
टाटानगर से वाराणसी और बिलासपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू होने से यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
यह सेवा न केवल यात्रा के समय को कम करेगी, बल्कि शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी भी स्थापित करेगी। वंदे भारत मेट्रो और बुलेट ट्रेन जैसी अत्याधुनिक रेल सेवाओं के माध्यम से रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
झारखंड के विकास को बल देने के लिए राज्य को 5000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया गया है। इस राशि का उपयोग नई रेल लाइनों के निर्माण, मौजूदा लाइनों के दोहरीकरण, रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण, यात्री सुविधाओं में वृद्धि और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
चक्रधरपुर मंडल में चतुर्थ रेल लाइन का निर्माण
चक्रधरपुर मंडल में चतुर्थ रेल लाइन के निर्माण से रेल यातायात में सुधार होगा और ट्रेनों की आवाजाही सुगम होगी। इससे यात्रियों को समय की बचत होगी और माल ढुलाई भी अधिक दक्षता से हो सकेगी।
कवच प्रणाली से सुरक्षा में वृद्धि
हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर कवच नामक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली की स्थापना से रेल दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। यह प्रणाली ट्रेनों की गति और स्थिति की निरंतर निगरानी करती है और किसी भी संभावित खतरे की स्थिति में स्वचालित रूप से ट्रेनों को रोक देती है।
टाटा-खड़गपुर के बीच ऑटो सिग्नल व्यवस्था
टाटा से खड़गपुर के बीच ऑटो सिग्नल सिस्टम लागू होने से ट्रेनों का संचालन और अधिक सुचारू होगा। इससे ट्रेनों की गति बढ़ेगी और यात्रा का समय कम होगा। साथ ही, यह व्यवस्था रेल सुरक्षा को भी मजबूती प्रदान करेगी।
नई रेल परियोजनाएं और स्टेशनों का कायाकल्प
कांड्रा-नामकुम रेल लाइन के दोहरीकरण, इलू-सिल्ली लाइन और टाटा-बदामपहाड़ रेल मार्ग के निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किए जाएंगे। इन परियोजनाओं से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और विकास को गति मिलेगी।
चक्रधरपुर मंडल में अमृत भारत स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी और यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। पुरानी पटरियों के उन्नयन से ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी और यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी।