पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? इस यक्ष प्रश्न का जवाब मिल गया है. इस्लामाबाद से आ रही जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) ने शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को उनकी पार्टी ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया है. शहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे. वह इमरान खान की सरकार गिरने के बाद 2022 से 2023 के बीच पीपीपी (PPP) के समर्थन से पीएम बने थे.देश का पीएम भाई और पंजाब की सीएम बेटी
पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने ‘एक्स’ पर कहा कि पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ (74) ने अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ (72) को प्रधानमंत्री पद के लिए और बेटी मरियम नवाज (Maryam Nawaz) को पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया है. उन्होंने कहा, ‘नवाज शरीफ ने PML-N को (आगामी सरकार बनाने में) समर्थन देने वाले राजनीतिक दलों को धन्यवाद दिया है और उम्मीद जताई है कि ऐसे फैसलों से पाकिस्तान संकट से बाहर आ जाएगा.’
वहीं मरियम नवाज शरीफ पंजाब में सीएम पद के लिए पीएमएलएन की उम्मीदवार होंगी. शहबाज शरीफ ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया मरियम नवाज़ पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी.नई सरकार के गठन को लेकर शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नेता आसिफ अली जरदारी,एमक्यूएम नेता खालिद मकबूल से मुलाकात की है. बताया जा रहा है. इस शुक्रवार तक नई सरकार के गठन पर बात पूरी हो जाएगी. नतीजों पर सवालजेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को छोड़कर प्रमुख पार्टियों ने घोषणा की है कि वे पीएमएल-एन के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश करेंगे. वहीं कहा जा रहा है कि नवाज शरीफ फैमिली की निगेटिव इमेज न बने इसलिए शहबाज शरीफ को कुर्सी पर बिठाया गया है. दूसरी ओर भले ही इमरान खान के निर्दलीय कैंडिडेट अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा न छू सके हों, लेकिन उनके निर्दलय उम्मीदवारों की प्रचंड जीत के बाद नवाज शरीफ सकते में हैं.
पूरे पाकिस्तान के चुनावों में सेना के दखल और नतीजों में धांधली की चर्चा हो रही है. ऐसी खबरों से पीएमएल-एन की गुडविल और खराब हुई है.पाकिस्तान ने चुनाव तो कराया लेकिन सेना की सधी स्क्रिप्ट के बावजूद नतीजों में छीछालेदर हो गई. जेल में बंद इमरान खान के निर्दलीय नेताओं ने सारी मुश्किलों का सामना करते हुए 100 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की. नवाज शरीफ की पार्टी PML-N और बिलावल भुट्टो की पार्टी PPP 100 का आंकड़ा भी नहीं छू सकी. ऐसे में बिलावल भुट्टो ने नवाज की पार्टी पीएमएल-एन को बाहर से समर्थन देने की बात कही थी. हालांकि वो खुद भी रेस में थे लेकिन पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन की वजह से उनकी बार्गेनिंग पावर खत्म हो गई इसलिए वो पीछे हट गए.