उज्जैन:- महाकाल की नगरी उज्जैन में विश्व की एक मात्र वैदिक घड़ी लगने जा रही है. इस घड़ी के लोकार्पण के साथ ही इसकी एप्प की भी लॉन्चिंग की जाएगी. ये अनोखी घड़ी दिन-रात के समय के साथ ही मुहुर्त समेत कई जानकारियां दर्शाएगी. इसके जरिए विलुप्त हो चुकी वैदिक काल गणना को वापस लाने की तैयारी है. ये घड़ी कई मायनों में खास है. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) इसका वर्चुअली लोकार्पण करेंगे.
आगामी 29 फरवरी को काल गणना का केन्द्र कही जाने वाली नगरी में स्थित जंतर मंतर क्षेत्र में 85 फीट ऊंचे टावर पर विश्व की एकमात्र और पहली वैदिक घड़ी लगने जा रही है. इस घड़ी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण किया जाएगा.
वैदिक घड़ी की खासियत
वैदिक घड़ी में एक दिन में 24 नहीं, बल्कि 30 घंटे होंगे. एक घंटा 60 मिनट नहीं, बल्कि 48 मिनट का रहेगा. यह दुनिया की पहली ऐसी डिजिटल घड़ी होगी, जिसमें इंडियन स्टैंडर्ड टाइम और ग्रीनविच मीन टाइम के साथ पंचाग और मुहूर्त की जानकारी मिलेगी. यह एप्प और घड़ी सूर्योदय-सूर्यास्त व सूर्य और चन्द्र ग्रहण, पंचाग, मौसम जे जुड़ी जानकारी भी बताएगी.
खगोलीय घटनाएं दिखाएगी घड़ी
घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड वाली सुई भी रहेगी. टावर पर एक टेलिस्कोप होगा, जो खगोलीय घटनाओं का नजारा दिखायेगा. इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ी इस घड़ी के डिजीटल एप्प का कहीं भी उपयोग किया जा सकेगा. यह वैदिक घड़ी उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं के साथ-साथ ज्योतिषाचार्य के लिए भी काफी महत्वपूर्ण होने वाली है.
वैदिक घड़ी का एप्प भी होगा लॉन्च
खास बात यह है कि इस वैदिक घड़ी के साथ इसके एप्प की भी लॉन्चिंग इस दिन होना है. इसके ग्राफिक्स भोपाल की एक संस्था के तैयार किए हैं, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंगं, श्री राम मंदिर और कैलाश मानसरोवर को दर्शया है. इसकी एप्प आरोह श्रीवास्तव ने तैयार की है, जिसकी लॉन्चिंग भी 29 फरवरी को है.