: दुनिया के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे (Warren Buffett) का जलवा और बढ़ता ही जा रहा है. उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway) ने दुनिया की पहली 1 ट्रिलियन डॉलर नॉन टेक कंपनी बनने का इतिहास रच दिया है. बुधवार को कंपनी का मार्केट कैप पहली बार इस माइलस्टोन के पार गया है. कंपनी के शेयर 0.8 फीसदी ऊपर गए, जिसके चलते बर्कशायर हैथवे 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बन गई. इससे पहले सिर्फ टेक्नोलॉजी कंपनियां की इस जादुई आंकड़े को छू पाई थीं.
इस साल बर्कशायर हैथवे के शेयर लगभग 30 फीसदी ऊपर गए बर्कशायर हैथवे के शेयरों ने इस साल एसएंडपी 500 (S&P 500) से भी ज्यादा रिटर्न दिया है. साल 2024 कंपनी के लिए बहुत शानदार रहा है. इस साल कंपनी के शेयर लगभग 30 फीसदी ऊपर जा चुके हैं. पिछले एक दशक में यह कंपनी का सबसे अच्छा प्रदर्शन है. एक ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा इससे पहले अल्फाबेट इंक (Alphabet), मेटा प्लेटफॉर्म (Meta Platforms) और एनविडिया (Nvidia) जैसी कंपनियां ही हासिल कर पाई हैं. बर्कशायर हैथवे के शेयरों ने इस साल इन्हीं कंपनियों के बराबर ही रिटर्न दिया है. जूझती हुई टेक्सटाइल कंपनी को कारोबारी साम्राज्य में तब्दील किया वॉरेन बफे ने अपनी पूरी जिंदगी बर्कशायर हैथवे को एक जूझती हुई टेक्सटाइल कंपनी से भारी भरकम कारोबारी साम्राज्य वाले बिजनेस ग्रुप में तब्दील करने में लगा दिया है.
उन्होंने अपने साथी चार्ली मंगर (Charlie Munger) के साथ एक ऐसा बिजनेस ग्रुप खड़ा किया, जिसके बारे में अब पूरी दुनिया में चर्चा होती है. चार्ली मंगर की मौत पिछले साल नवंबर में 99 वर्ष की आयु में हो गई थी. बर्कशायर हैथवे की मार्केट वैल्यू 1965 से ही हर साल लगभग 20 फीसदी बढ़ रही है. इसके दम पर वॉरेन बफे एक समय दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए थे. अभी भी वह दुनिया में 8वें नंबर पर मौजूद हैं. उनकी नेट वर्थ लगभग 145 अरब डॉलर आंकी जाती है.