नई दिल्ली:- अतिरिक्त वजन और अनियंत्रित जीवनशैली के कारण आजकल डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. डायबिटीज की बीमारी अगर घर में किसी एक व्यक्ति को हो जाए, तो पूरे परिवार के लोग परेशान रहते हैं. ऐसे में उन मरीजों के खान-पान को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ती है. मरीजों को मीठा खाने से दूर रहना पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों के लिए विश्व का सबसे मीठा फल अंजीर रामबाण साबित हो रहा है. जी हां, मीठा होने के बावजूद अंजीर में पाया जाने वाला तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करता है.
खेत पर चले आते हैं मरीज लगभग 30 वर्षों से औषधीय पौधों की खेती करने वाले औषधीय ट्रेनर शंभू शरण भारतीय बताते हैं कि वे कई वर्षों से अंजीर की खेती कर रहे हैं. अभी भी पेड़ों में फल लगा हुआ है. वे बताते हैं कि अंजीर के खेती करने का फायदा ये हो रहा है कि मधेपुरा शहर के ज्यादातर डायबिटीज मरीज खुद घूमते हुए खेत पर आ जाते हैं. लोग मार्केट रेट पर खेत में ही अंजीर खरीद लेते हैं. ग्राहकों को फायदा यह मिलता है की उन्हें बागान में ताजा अंजीर मिल जाता है. मरीजों को फायदा होता है. वे खुद आकर बताते हैं.
63% शूगर के बाबजूद डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाणवे बताते हैं कि अंजीर में 63% शुगर पाया जाता है. बावजूद अंजीर में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद हैं. लोग इसे चिकित्सक की सलाह से इसका सेवन करते हैं. उनका कहना है कि अंजीर के तीन-चार फल को रात को पानी में भींगने के लिए छोड़ दिया जाता है. इसके बाद सुबह में इसे चबाकर खाकर पानी पी लिया जाता है.
वे बताते हैं कि उनके बागान में 200 से ज्यादा जड़ी बूटियों का पौधा है. वर्तमान में शंभू शरण भारतीय औषधीय किसान होने के साथ-साथ औषधीय ट्रेनर भी हैं. वे बिहार समेत देश के अन्य हिस्सों में घूम-घूमकर लोगों को औषधीय पौधों की खेती करने को लेकर प्रशिक्षण और जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं.