नई दिल्ली : सर्दियों के सीजन में फूलगोभी सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सब्जी है. ठंड के मौसम में ज्यादातर लोग फूलगोभी की सब्जी बनाने के साथ-साथ इसके पकौड़े और पराठे बनाकर बड़े शौक से खाते हैं. इस सीजनल सब्जी में कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके साथ ही, फूलगोभी में डायट्री फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
इसके चलते एसिडिटी, दस्त और कब्ज जैसी समस्या हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि फूलगोभी का सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ज्यादा मात्रा में फूलगोबी खाने से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. आइए यहां हम आपको ज्यादा फूलगोभी खाने के साइड इफेक्ट्स के बारे में बताते हैं.
किडनी स्टोन का खतरा
फूलगोभी में बेशक कैलोरा काउंट कम पाई जाती हो लेकिन इसे ज्यादा खाने से किडनी स्टोन होने का रिस्क हो सकता है. जी हां, फूलगोभी में प्यूरीन नामक ऑर्गेनिक कंपाउंड भी होता है जो शरीर में प्यूरिन की मात्रा को बढ़ाने का काम कर सकता है. जो लोग पहले से ही किडनी स्टोन की परेशानी से जूझ रहे हैं, उन्हें खासकर फूलगोभी को खाने से बचना चाहिए.
शुगर में भी रिस्की
ज्यादा फूलगोभी खाना शुगर के मरीजों के लिए भी खतरनाक हो सकता है. इसे ज्यादा खाने ब्लड शुगर ऊपर-नीचे हो सकता है. ऐसे में ज्यादा पसीना, कंपकपी, चक्कर, दिल की धड़कन बढ़ना और चिड़चिड़ेपन की समस्या हो सकती है.
हाईपरटेंशन
फूलगोभी में पोटैशियम होता है जो हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. लेकिन अगर आप ज्यादा मात्रा में इसे खाते हैं तो पोटैशियमब्लड प्रेशर लेवल को असामान्य रूप से कम कर सकता है.
प्रेग्नेंसी
फूलगोभी में विटामिन, मिनरल, एंटी-ऑक्सीडेंट और डायट्री फाइबर होता है जो गर्भावस्था में लाभदायक माना जाता है. लेकिन इस दौरान फूलगोभी के अधिक सेवन से गैस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा इससे कब्ज की समस्या भी हो सकती है. प्रेग्नेंसी के दौरान फूलगोभी को कम ही खाना चाहिए ताकि इसका बुरा असर न पड़े.