नए साल में यदि आप किसी तीर्थ स्थल पर जाने का प्लान बना रहे हैं या किसी बड़े मंदिर में दर्शन करने की योजना तैयार कर रहे हैं तो सतर्क हो जाएं क्योंकि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर और बढ़ते ओमिक्रोन वेरिएंट के संक्रमण के कारण कई नामी मंदिरों में अब सख्त गाइडलाइन जारी कर दी गई है। आइए जानते हैं कि किन मंदिर में प्रदेश में पहले गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है या प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है –
तिरुपति बालाजी मंदिर
कोविड -19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण के बीच तिरुमला में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में आने के लिए श्रद्धालुओं को पूर्ण टीकाकरण प्रमाण पत्र या 48 घंटे पहले कराई गई कोविड-19 Negative Covid Report दिखाना जरूरी है। बिना प्रमाण पत्र या रिपोर्ट के श्रद्धालुओं को पहाड़ी पर चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
शिरडी के साईं बाबा मंदिर में प्रवेश पर बैन
महाराष्ट्र में ओमिक्रोन वेरिएंट का कहर तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में शिरडी स्थित साईं बाबा मंदिर को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। श्री साईं बाबा संस्थान शिरडी के अधिकारियों ने रविवार को जानकारी दी है कि महाराष्ट्र में रात 9 बजे से 6 बजे रात के कर्फ्यू के कारण साईं बाबा मंदिर रात के समय अब बंद रहेगा। नियमित रूप से सुबह और रात की आरती भी भक्तों के लिए बंद रहेगी। शाम 4 बजे और रात 10 बजे की जाने वाली विशेष पूजा सिर्फ मंदिर के पुजारियों की उपस्थिति में होगी। रात 9 बजे के बाद प्रसादालय भी बंद रहेगा।
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मारती और शयन आरती दर्शन बंद
वहीं मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के कारण उज्जैन स्थित महाकाल में सख्त गाइडलाइन जारी कर दी गई है। रात्रिकालीन कर्फ्यू की वजह से ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में भस्मारती और शयन आरती दर्शन पर एक बार फिर रोक लगा दी गई है। अब भक्तों को तड़के चार बजे होने वाली भस्मारती के दर्शन नहीं मिलेगा। भक्तों को सुबह 6 से रात 9 बजे तक ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।