वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यूक्रेन से लगती सीमा पर रूस ने एक लाख नहीं बल्कि 1.30 लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं। अमेरिका ने यह चेतावनी भी दी कि रूस इसी सप्ताह यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इसे देखते हुए कुछ विमानन कंपनियों ने यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए अपनी उड़ानें भी रद्द कर दी हैं। वहीं नाटो देशों ने हथियारों की नई खेप भी रूस से मुकाबले को भेजी है।
रूस द्वारा यूक्रेन के तीन तरफ से युद्धाभ्यास के दौरान बड़े बम गिराने की तैयारी की खबरों के बीच अमेरिका ने अपने चार बी-52 बॉम्बर लड़ाकू विमानों को ब्रिटेन में तैनात कर दिया है। इन विमानों ने परमाणु बम से लैस होकर भूमध्य सागर में यूक्रेन सीमा के आसपास उड़ान भी भरी है। द ड्राइव की रिपोर्ट के मुताबिक, ये बमवर्षक नॉर्थ डकोटा से ब्रिटेन पहुंचे हैं और आगामी 3 सप्ताह तक यहीं बने रहेंगे।
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से करीब एक घंटे तक बातचीत की। बाद में उनके सहयोगियों ने बताया कि जेलेंस्की ने बाइडन से कहा कि यूक्रेन के लोग रूसी सेना की ओर से संभावित हमले के मद्दे नजर भरोसेमंद संरक्षण में हैं। व्हाइट हाउस ने कहा है कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि रूस के हमले को रोकने के लिए कूटनीति और निवारण, दोनों उपाय किए जाएं।
अमेरिका ने अपने नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा
इस गहराते तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर नाटकीय रूप से रूसी सेना की तैनाती को देखते हुए हमने कीव से अपने दूतावास को अस्थायी रूप से ल्वीव से संचालित करने का फैसला लिया है। इसकी प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने कहा कि हम सभी अमेरिकी नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने की अपील करते हैं। हालांकि पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका अब भी नहीं मानता कि पुतिन ने आक्रमण करने का फैसला किया है, लेकिन संभव है कि वह बिना किसी चेतावनी के ऐसा करें।