जम्मू कश्मीर में बीते एक दशक में साल 2023 में सबसे कम हिंसा रिकॉर्ड की गई हैं और सबसे ज्यादा पर्यटन इस वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ नंबर दर्ज कर चुका हैं. जम्मू कश्मीर में हिंसा के ग्राफ में बीते सालों में काफी गिरावट देखी जा रही हैं वहीं पर्यटकों के जम्मू कश्मीर आने के ग्राफ में काफी उछाल हैं.जम्मू कश्मीर जोकि एक वक्त केवल बॉम्ब ब्लास्टस, एनकाउटर्स और आतंकी गतिविधियों की वजह से सुर्खियों में बना रहता था वही जम्मू-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय स्तर पे हुए जी20 की ट्यूरिजम वर्किंग गुट की बैठक के कारण सुर्खियों में रहा. जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या ने बीते कई दशकों का रिकॉर्ड तोड दिया
जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार यह साल बीते एक दशक से ज्यादा समय में सबसे शांतिपूर्ण रहा और इस में उन सालों की तुलना में कम हिंसा दर्ज की गई. जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी के अनुसार पूरे साल में कुल 48 ऑपरशन हुए जिन में 76 आतंकी मारे गए जिन में पाकिस्तानी मूल के 55 आतंकी थे. डीजीपी आरआर स्वैन के अनुसार अभी कुल 31 आतंकी सक्रिय हैं जिन में जम्मू संभाग से 4, और कश्मीर से 27 आतंकी हैं. पूरे साल में कुल 20 घुसपैठ की कोशिशें देखी गईं जिनको विफल बनाते हुए सुरक्षाबलों ने करीब 40 घुसपैठियों को ढेर किया जिस में अधिकतर पाकिस्तानी मूल के थे.
पथराव की घटना हुई पहली बार ‘जीरो’पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने कानून व्यवस्था पर बात करते हुए कहा कि पथराव में 60% की गिरावट देखी गई जबकि पाकिस्तान समर्थक आयोजित पथराव की घटनाएं इस वर्ष ‘जीरो’ रिकॉर्ड हुई हैं. इसके अलावा, जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों विशेषकर सेना द्वारा चलाए जार हे ऑपरेशन ‘ऑल आउट’, ‘ऑपरेशन मां’ 2016 से ही आतंक पर दोहरा प्रहार करते नजर आ रहे हैं जिसके चलते यहां सक्रिय सभी गुटों के नेतृत्व करने वाले टॉप कमांडर मारे गए हैं.