शुक्रवार को इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम गिरावट के साथ बंद हुए. इसका प्रमुख कारण चीन के इकोनॉमिक ग्रोथ के आंकड़ें कमजोर देखने को मिले. जिसकी वजह से शक होने लगा है कि साल 2024 में चीन की डिमांड से कच्चे तेल के दाम में इजाफा होगा. वैसे बीते हफ्तेभर की बात करें तो मीडिल ईस्ट की टेंशन की वजह से कच्चे तेल के दाम में में बढ़ोतरी देखने को मिली है. वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. जानकारों की मानें तो फरवरी के महीने में पेट्रोल और डीजल 10 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो सकता है.भारत में मई 2022 से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. उस समय देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फ्यूल की कीमत से टैक्स को कम किया था.
जानकारों कहना है कि तीसरी तिमाही आंकड़ों के आने के बाद ओएमसी का प्रॉफिट 75 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है. साथ ही ऑयल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमत पर 10 रुपए प्रति लीटर का प्रॉफिट हो रहा है. जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल सस्ता हो सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कच्चे तेल के दाम इंटरनेशनल मार्केट में किस तरह के देखने को मिल रहे हैं और पेट्रोल और डीजल के दाम कितने चुकाने पड़ेंगे?इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतइंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में मामूली गिरावट देखने को मिली है.
खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट फ्यूचर 54 सेंट गिरकर 78.56 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 67 सेंट गिरकर 73.41 डॉलर पर बंद हुआ. जबकि सप्ताह के दौरान, ब्रेंट में लगभग 0.5 फीसदी और अमेरिकी तेल में 1 से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली. वास्तव में शुक्रवार को कच्चे तेल के दाम चीन के आर्थिक आंकड़ों की वजह से दबाव में आए. चीन के चौथी तिमाही के इकोनॉमिक ग्रोथ के आंंकड़ें उम्मीद से कम रहे. जिसकी वजह से यह शक खड़ा हो गया है कि साल 2024 में डिमांड बढ़ने से कीमतों में इजाफा होगा. मिजुहो बैंक में ऊर्जा वायदा के निदेशक बॉब यॉगर ने कहा कि इस सप्ताह चीनी इक्विटी मार्केट पांच साल के निचले स्तर पर आ गया. कमजोर मांग के संकेत से शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई.
कैसेमहंगाई बन सकती है ग्रोथ इंजन की रुकावट, खुद RBI को सता रही चिंतामहंगाई बन सकती है ग्रोथ इंजन की रुकावट, खुद RBI को सता रही चिंतामिडिल ईस्ट की टेंशनमिडिल ईस्ट की टेंशन ने सप्ताह के दौरान कच्चे तेल की कीमतों को थोड़ी मजबूती जरूर दी. शुक्रवार को इजरायली सेना हमास के आतंकवादियों के खिलाफ दक्षिण की ओर बढ़ने से गाजा में फिर से तनाव बढ़ता हुआ दिखाई दिया. जबकि सप्ताह की शुरुआत में, अमेरिका ने लाल सागर को निशाना बनाकर हूती एंटी-शिप मिसाइलों के खिलाफ नए हमले शुरू किए. हालांकि मिडिल ईस्ट की टेंशन में संघर्ष के कारण कोई भी तेल उत्पादन बंद नहीं हुआ है, लेकिन लीबिया में आपूर्ति में रुकावट जारी है.
अमेरिका में, देश के तीसरे सबसे बड़े उत्पादक राज्य नॉर्थ डकोटा में लगभग 30 फीसदी तेल उत्पादन अत्यधिक ठंड के कारण बंद रहा. जिसकी वजह से भी सप्लाई में थोड़ी परेशानी जरूर देखने को मिली.कब से स्थिर पेट्रोल और डीजल की कीमतवहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई 2022 के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है,
तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतनई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 96.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.62 रुपए प्रति लीटरकोलकाता: पेट्रोल रेट: 106.03 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.76 रुपए प्रति लीटरमुंबई: पेट्रोल रेट: 106.31 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.27 रुपए प्रति लीटरचेन्नई: पेट्रोल रेट: 102.63 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटरबेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 101.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.89 रुपए प्रति लीटरचंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 96.20 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 84.26 रुपए प्रति लीटरगुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 97.18 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.05 रुपए प्रति लीटरलखनऊ: पेट्रोल रेट: 96.57 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.76 रुपए प्रति लीटरनोएडा: पेट्रोल रेट: 96.79 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.96 रुपए प्रति लीटर