दिल्ली:- काम की तलाश में लोग एक जगह से दूसरी जगह जाते रहते हैं. यहां हमें भारत में बैठकर लगता है कि अगर कोई डॉलर या पाउंड में कमा रहा है तो उसके लिए विदेशों में जिंदगी बहुत आसान होती होगी. मगर, सच्चाई यह है कि विदेशों में काम करने वाले ज्यादातर लोग कठिन परिस्थितयों में रह रहे हैं. उन्हें महंगे घर और सामान खरीदने पड़ते हैं. उनकी वह डॉलर और पाउंड में हो रही कमाई कम ही पड़ जाती है. आज हम आपको दुनिया के कुछ ऐसे ही शहरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां महंगाई चरम पर पर है. रहने के लिहाज से ये शहर बहुत महंगे माने जाते हैं. हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर इस लिस्ट में टॉप पर मौजूद हैं. उधर, दुनिया में स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख, जेनेवा, बासेल और बर्न को सबसे महंगे शहरों में गिना गया है.
स्विस शहरों की कॉस्ट ऑफ लिविंग सबसे ज्यादा
मर्सर की कॉस्ट ऑफ लिविंग रिपोर्ट 2024 के अनुसार, स्विस शहरों की कॉस्ट ऑफ लिविंग सारी दुनिया में सबसे ज्यादा है. यहां घरों का किराया पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है. इस लिस्ट में न्यूयॉर्क और लंदन ने भी टॉप 10 शहरों में जगह बनाई है. इसके अलावा बहामास का नसाऊ भी टॉप 10 महंगे शहरों की लिस्ट में शामिल हुआ है. पिछले साल के मुकाबले इन शहरों में कॉस्ट ऑफ लिविंग में भारी इजाफा हुआ है. मर्सर की रिपोर्ट के अनुसार, मकानों की बढ़ती कीमत और महंगाई के उछलते आंकड़े बाहर से काम करने आने वालों पर दबाव बना रहे हैं. टॉप 20 में अमेरिका का लॉस एंजेल्स, होनोलुलु और सैन फ्रांसिस्को भी शामिल हुआ है.
एमएनसी और उनके कर्मचारी मुश्किल में
मर्सर के यूवॉन ट्रेबर के मुताबिक, इन बड़े शहरों की बढ़ती कॉस्ट ऑफ लिविंग ने मल्टीनेशनल आर्गेनाईजेशन और उनके कर्मचारियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. इससे उनके लाइफस्टाइल पर प्रभाव पड़ रहा है. लोगों को अपने खर्चे कम करने पड़ रहे हैं. साथ ही रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है. कर्मचारियों को इस दबाव से बचाने के लिए कंपनियां उन्हें हाउस अलाउंस समेत अन्य तरह की सब्सिडी दे सकती हैं.
भारत का सबसे महंगा शहर मुंबई
इस लिस्ट में पैसिफिक रीजन में सिडनी सबसे महंगा शहर बना है. कनाडा में सबसे महंगा टोरंटो, इंडिया में मुंबई और नाइजीरिया का लागोस इस लिस्ट में शामिल हुए हैं. मर्सर ने हाउसिंग, ट्रांसपोर्ट, फूड, कपड़े और घरेलू सामानों की कीमतों के आधार पर यह लिस्ट बनाई है.