नई दिल्ली। कर्ज वसूली को लेकर बैंक बेहद सख्त रहते हैं. रसूखदारों पर भले न सही, लेकिन सामान्य कर्जधारकों पर बैंक का डंडा बड़ी मजबूती से चलता है. रिकवरी एजेंट घर आकर तकादा करते हैं, कई बार स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण भी हो जाती है. इसे ध्यान में रखते हुए देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने कर्ज वसूली का ऐसा तरीका निकाला है, जिसकी तारीफ करे बिना आप नहीं रह पाएंगे. बैंक ने लोन की EMI न चुकाने वालों के लिए गांधीगिरी का रास्ता चुना है.
इन पर रहेगा फोकस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया EMI न चुकाने वाले ग्राहकों से बेहद अलग अंदाज में निपटेगा. बैंक की तरफ से उन्हें चॉकलेट भेजी जाएगी. SBI ने अपने ग्राहकों, खासतौर पर रिटेल लोन लेने वालों ग्राहकों को लोन की किस्त चुकाने का रिमाइंडर देने के लिए ये तरीका निकाला है. बैंक के प्रतिनिधि ऐसे ग्राहकों के घर चॉकलेट का डिब्बा लेकर जाएंगे, जिनके मंथली इंस्टॉलमेंट पर डिफॉल्ट होने की आशंका सबसे ज्यादा है. बैंक का कहना है कि कर्ज लेकर EMI न चुकाने वालों को किश्त की याद दिलाने के लिए यह तरीका अपनाया जा रहा है. जो ग्राहक बैंक के फोन कॉल का जवाब नहीं देते, EMI नहीं भरते, बैंक प्रतिनिधि उनके घर पर चॉकलेट लेकर पहुंचेंगे.
बैंक को है ये उम्मीद
स्टेट बैंक को उम्मीद है कि इस पहले से लोन के रीपेमेंट कलेक्शन में अच्छा रिस्पांस मिलेगा. SBI के रिस्क, कंप्लांयस एंड स्ट्रेस एसेट के मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विनी कुमार तिवारी ने बताया कि इस पहल को अंजाम देने के लिए बैंक ने दो फिनटेक कंपनियों के साथ साझेदारी की है. जिन कर्जदारों के डिफॉल्ट की आशंका सबसे ज्यादा है, फिनटेक कंपनी के प्रतिनिधि उनके घर बिना किसी पूर्व सूचना के जाएंगे. वो अपने साथ चॉकलेट का एक पैकेट लेकर जाएंगे और उनसे मिलकर उन्हें लोन की EMI चुकाने की याद दिलाएंगे. फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
बढ़ रही है संख्या
लोन लेकर न चुकाने के ढेरों मामले मौजूद हैं और इनकी संख्या काफी तेजी से बढ़ी है. कई बार आर्थिक हालातों के चलते लोग लोन नहीं भर पाते और कई बार उनकी भरने की नियत ही नहीं होती. ऐसे में बैंकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. बैंक सामान्य तौर पर वसूली के लिए रिकवरी एजेंट को भेजते हैं. कई बार ये एजेंट काफी सख्ती से भी पेश आते हैं. SBI को लगता है कि सख्ती के बजाए शुरुआती चरण में गांधीगिरी से काम चलाया जा सकता है. इसलिए उसने चॉकलेट भेजने का फैसला लिया है.