नई दिल्ली :– आज 18वीं लोकसभा का पहला दिन होगा और इंडिया गठबंधन के सांसद सोमवार सुबह संसद परिसर में एकत्र होकर एक साथ सदन की ओर मार्च करने वाले हैं। ऐसा करके वे विपक्ष की एकजुटता का संदेश देने की कोशिश करेंगे। साथ ही मोदी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश होगी।
राष्ट्रीय राजधानी में 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के लोकसभा सदस्य सोमवार सुबह संसद परिसर में एकत्र होंगे और एक साथ सदन की ओर मार्च करेंगे। राजनीतिक सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि अबकी बार लोकसभा में सत्तापक्ष की तरह विपक्ष भी एकजुट होकर एनडीए सरकार को घेरेगा।
विपक्षी गठबंधन से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सांसद पुराने संसद भवन के गेट नंबर 2 के पास एकत्र होंगे, जहां कभी गांधी प्रतिमा हुआ करती थी। संसद परिसर में सांसदों के लिए लोकप्रिय विरोध स्थल रही गांधी प्रतिमा को हाल ही में परिसर में मौजूद 14 अन्य प्रतिमाओं के साथ स्थानांतरित कर दिया गया। इन सभी को एक ही स्थान ‘प्रेरणा स्थल’ पर स्थापित किया गया है। नेता ने कहा कि कुछ सांसद भारत के संविधान की प्रतियां लेकर चलेंगे और वे सभी संसद भवन तक पैदल जाएंगे।
कई विपक्षी दलों ने दावा किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव का जनादेश सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ है, भले ही वह राजग सहयोगियों के समर्थन से सरकार बनाने में सक्षम हो।
इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ ने यह भी दावा किया है कि लोगों ने “संविधान बचाने” के लिए विपक्षी दलों का समर्थन किया।
बताया जा रहा है कि अठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र में नवनिर्वाचित सदस्य शपथ लेंगे, उसके बाद 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।