नई दिल्ली:- औषधीय तत्वों से भरपूर तुलसी का पौधा धार्मिक मान्यताओं के लिए भी जाना जाता है। भगवान गणेश से जुड़ी कहानी आपने भी सुनी होगी, जब कुबरे को धन का घमण्ड हो जाता है तो वह शिवजी के परिवार को भोजन के लिए आमंत्रित करते हैं। भगवान शिव के मना करने पर कहते हैं कि उनके पास बहुत धन है। ऐसे में भगवान शिव गणेश जी को भोज के लिए भेजते हैं और उनकी भूख इतनी होती है कि कुबरे परेशान हो जाते हैं। तब शिवजी और माता पार्वती तुलसी का पत्ता खिलाने की सलाह देती हैं और गणेशजी की भूख शांत होती है।
माना जाता है कि तुलसी का पौधा घर में लगाने से सुख-शांती बनी रहती है क्योंकि तुलसी में कई देवाताओं का वास होता है। इसलिए आप भी इस पौधे को घर में लगाकर हरा-भरा रखना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। क्योंकि अगर पौधा सही तरीके से न उगाया जाए तो सूखने लगता है और अच्छी ग्रोथ भी नहीं होती। जिसकी वजह से इसको बार-बार नया पौधा लगाने की जरूरत होती है।
इस तरह होनी चाहिए मिट्टी
तुलसी के पौधे को ज्यादा पानी देने से जड़ों में फंगस लगने का खतरा रहता है। इसलिए पौधे को सिर्फ मिट्टी में उगाना सही नहीं होता। ऐसे में आपको अच्छी ड्रेन की मिट्टी लेनी चाहिए। जिसमें 50% गार्डन की मिट्टी, 20% रेत, 10% वर्मी कम्पोस्ट और 10 प्रतिशत किसी भी तरह का ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर हो। इससे तुलसी की जड़ों में ज्यादा देर तक पानी नहीं टिकेगा। और फिर पौधा लंबे वक्त तक हरा भरा रहेगा।
पोषक तत्वों का रखें ध्यान
पोषक तत्वों की कमी की वजह से पौधा ठीक से ग्रोथ नहीं करता इसलिए जरूरी है कि मिट्टी के ph लेवल का ध्यान रखें और मिट्टी में निश्चित रूप से पोषक तत्व मिलाते रहें। इसके लिए आप खाद, पीट या छाल चिप्स को मिला सकते है। नेचुरल खाद के तौर पर गोबर के उपले को सुखाकर पाउडर फॉर्म में तैयार कर सकते हैं। जिसे आपको तुलसी के पौधे की मिट्टी में मिलाना होगा।
गमले में इन बातों का रखें ध्यान
तुलसी का पौधा लगाने के लिए मध्यम या बड़ा आकार के गमला ले सकते हैं। पॉट थोड़ा गहरा और चौड़ा होना चाहिए, इसके बाद नीचे दो बड़े छेद कीजिए। गमले में छेद करना इसलिए जरूरी होता है ताकी सही जल निकासी हो सके। वही गमले में एक कागज रखकर उसमें खाद वाली मिट्टी डाल सकते हैं।
बीज या कटिंग से उगाएं पौधा
तुलसी के पौधे की ग्रोथ के लिए मिट्टी तैयार करने के बाद बीज को भी गमले में सही तरीके से लगाना बहुत जरूरी है। इसलिए बीज को लगाने से पहले मिट्टी को अच्छी तरह से खुरच लें। इसके बाद मिट्टी में 4 से 5 इंच की गहराई में अच्छी तरह से दबा दें। इसके अलावा तुलसी की कटिंग भी मिट्टी में लगा सकते हैं। बीज या कटिंग लगाने के बाद अच्छे से पानी डाल दें।