नई दिल्ली : लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर हो सकता है। डॉक्टर कहते हैं कम उम्र के लोगों में भी कई तरह की ऐसी दिक्कतें बढ़ती देखी जा रही हैं जिन्हें कुछ वर्षों पहले तक उम्र बढ़ने के साथ होने वाली बीमारियों के रूप में जाना जाता था। हम में से ज्यादातर लोगों को आहार से शरीर के लिए आवश्यक पोषक भी नहीं मिल पाते हैं जिसके कारण स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा और भी अधिक हो सकता है।
इस लेख में हम उस विटामिन की कमी के कारण होने वाली दिक्कतों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे जिसके बड़े स्तर पर लोग शिकार देखे जा रहे हैं। हाथों-पैरों के सुन्न होने से लेकर, हार्ट बीट बढ़ने, शरीर और त्वचा की समस्याओं के साथ इसके और भी कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
विटामिन बी12 की कमी हो सकती है समस्याकारक
क्या आपको भी अक्सर हाथों-पैरों में झुनझुनी होती रहती है, अक्सर थकान की समस्या बनी रहती है? अगर हां तो सावधान हो जाइए, ये शरीर में विटामिन-बी12 की कमी का संकेत हो सकता है। विटामिन बी12 को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन यह हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। हमारी नसों, रक्त कोशिकाओं और डीएनए में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
इस आवश्यक विटामिन की कमी से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित करती हैं। हाथों-पैरों में होने वाली झुनझुनी की समस्या भी इसी का एक प्रकार है।
हाथ और पैरों में सुन्नता
विटामिन-बी12 की कमी का एक और स्पष्ट संकेत हाथ और पैरों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस होना है, इसे पेरिफेरल न्यूरोपैथी की समस्या के रूप में भी जाना जाता है। असल में विटामिन बी12 तंत्रिकाओं के सुरक्षात्मक आवरण के लिए जरूरी मानी जाती है वहीं जिन लोगों में इसकी कमी हो जाती है उन्हें नर्व्स सिग्नलिंग और सेंसेशन जैसी कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार में इस विटामिन वाली चीजों को जरूर शामिल किया जाना चाहिए।
टैकीकार्डिया का खतरा
हृदय गति में वृद्धि यानी टैकीकार्डिया एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, जिसे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। जिन लोगों में विटामिन-बी12 की कमी होती है उन लोगों में भी टैकीकार्डिया की समस्या का जोखिम काफी बढ़ जाता है। बी12 की कमी की स्थिति में हमारे शरीर में महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है। इस स्थिति में हार्ट रेट बढ़ जाता है।
शरीर को संतुलन बनाने में कठिनाई
विटामिन बी12 की कमी के गंभीर मामलों में लोगों के लिए चलने या शरीर को संतुलन को बनाए रखने में भी कठिनाई का अनुभव हो सकता है। इसे बी12 की कमी से जुड़े न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का संकेत माना जाता है। इस आवश्यक विटामिन की कमी के कारण तंत्रिकाओं और मांसपेशियों में कमजोरी होने लगती है जिससे शरीर के समन्वय और गतिशीलता पर भी असर पड़ सकता है।