नई दिल्ली:- भगवान शिव की आराधना करने से सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है हर समस्याओं का हल भगवान शिव के पास होता है। भगवान शिव की पूजा को और सफल बनाने और मनोकामना पूर्ति के लिए भक्त रूद्राभिषेक करते है। यहां पर रूद्राभिषेक करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याओं का हल आसानी से मिल जाता है। रूद्राभिषेक में अगर आप अनार के रस का उपयोग करते हैं तो आपको काफी सारे शुभ फल मिलते है।
अनार के रस से रूद्राभिषेक के नियम
यहां पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से शिवभक्तों के पास सकारात्मकता का आती है और नकारात्मकता दूर होने लगती है। इसके लिए भगवान शिव के रूद्राभिषेक में आप अनार का रस ले सकते है। रुद्राभिषेक करने के भी कई विशेष नियम होते है इसका पालन करना जरूरी होता है। अनार का रस भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है।
इसके लिए अनार के रस से अगर आप भगवान शिव का अभिषेक करते हैं तो, भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अनार को एकता और समृद्धि का प्रतीक हैं। ऐसा माना जाता है कि अनार का रस चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा से जीवन में समृद्धि और खुशहाली आती है। अनार का लाल रंग शक्ति और उत्साह का प्रतीक है।
जानिए क्या चाहिए और कैसे करें रूद्राभिषेक
यहां पर अनार के रस और कई सामग्रियों के साथ आप रूद्राभिषेक का नियम कर सकते है जो इस प्रकार है..
क्या चाहिए सामग्री
ताजा अनार का रस
शिवलिंग
बेलपत्र
धतूरा
भांग
चंदन
कुश
जल
रुद्राक्ष की माला
शुद्ध कपड़े
जानिए कैसे करें रूद्राभिषेक
यहां पर अनार के साथ रूद्राभिषेक करने की विधि होती है जो इस प्रकार है..
1-सबसे पहले एक स्वच्छ स्थान पर शिवलिंग को स्थापित करें।
2-शिवलिंग को गंगाजल या शुद्ध जल से धोकर शुद्ध करें।
3-शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग और चंदन चढ़ाएं।
4-अब अनार के रस से शिवलिंग पर धीरे-धीरे अभिषेक करें।
5-अभिषेक करते समय रुद्राक्ष की माला से रुद्राष्टक का जाप करें।
6-अभिषेक के बाद शिवलिंग पर पुष्प अर्पित करें और धूप-दीप दिखाएं।
7-उसके बाद भगवान शिव को प्रणाम करें।