नई दिल्ली:- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही आते ही तेवर दिखाने शुरू कर दिया है. अमेरिका फर्स्ट की नीतियों पर काम करने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रेड वॉर की शुरुआत कर दी है. ट्रंप ने आने के साथ ही मैक्सिको, कनाडा और चीन से आने वाले सामानों पर टैरिफ यानी टैक्स बढ़ा दिया है. कनाडा और मैक्सिको पर जहां 25 फीसदी टैरिफ बढ़ाया गया है तो वहीं चीन पर 10 फीसदी. ट्रंप की इस वार का पलटवार करते हुए कनाडा ने भी अमेरिका से आने वाले सामानों पर टैरिफ बढ़ा दिया है. कनाडा ने अमेरिका पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया तो वहीं चीन-मैक्सिको ने भी आंख दिखाना शुरू कर दिया है. ट्रंड के फैसले से अब टैरिफ वॉर की स्थिति बनती दिख रही है. ट्रंप की इस चाल का असर अब अमेरिका की कंपनियों और वहां के लोगों को भुगतना होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति के टैरिफ बढ़ाने के फैसले से कनाडा, मैक्सिको, चीन के देशों के बीच ट्रेड वॉर शुरू होने का खतरा मडंरा रहा है, जिसका खामियाजा अब अमेरिकी कंपनियों और अमेरिका के लोगों को भुगतना होगा. अमेरिका के टैरिफ फैसले पर कनाडा ने पलटवार किया है तो वहीं चीन ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं, हालांकि उसने WTO में जाने की धमकी दी है.
क्या उल्टी पड़ जाएगी ट्रंप की चाल
ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने का फैसला अमेरिका का खजाना भरने के मकसद से लिया, लेकिन लगता है कि उनकी चाल उल्टी पड़ सकती है. ट्रंप के इस फैसले से अमेरिकी कंपनियों को महंगे दरों पर सामान मिलेगा तो वहीं आम जनता को महंगाई का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल ट्रंप ने जिन देशों पर टैरिफ बढ़ाया है वो तीनों ही देश यानी चीन, कनाडा और मैक्सिको अमेरिका के सबसे बड़े ट्रेड पार्टनर्स हैं.
अपनों की मुश्किल बढ़ा रहे हैं ट्रंप
ट्रंप भले ही ये दलील दे रहे हो कि टैरिफ बढ़ाने से रेवेन्यू बढ़ेगा, व्यापार संतुलन कायम होगा और उन देशों को नेगोशिएटिंग टेबल पर लाने में मदद मिलेगी. लेकिन जानकार मानते हैं कि इस फैसले से अमेरिका के लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है. अमेरिका की कंपनियों और उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. जो अमेरिका कई सालों से महंगाई की मार झेल रहा है, उसमें ये फैसला आग में घी डालने का काम करेगा. अमेरिका में फल और सब्जियां, मीट, गैस, ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने, कपड़े, शराब जैसी कई चीजें महंगी हो सकती है.
अपने ही चाल में फंस न जाए ट्रंप
अमेरिका में फल-सब्जी समेत खाने-पीने की कई चीजें मैक्सिको और कनाडा से आती हैं. अनाज, लाइवस्टॉक, मीट और पोल्ट्री का सबसे बड़ा सप्लायर कनाडा है. जिस कनाडा पर ट्रंप ने टैरिफ बढ़ाया है वहां से पिछले साल $97 अरब का ऑयल एंड गैस आयात किया था. जिस मैक्सिको को आज ट्रंप आंख दिखा रहे हैं, वहां से पिछले साल उन्होंने $46 अरब के एग्रीकल्चरल प्रॉडक्ट्स, $87 अरब की गाड़ियां और $64 अरब के ऑटो पार्ट्स मंगाए थे.
टकराव की स्थिति
टैरिफ बढ़ाने के बाद से अमेरिका के इन देशों के साथ व्यापारिक संबंध बिगड़ सकते हैं. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक येल के बजट लैब की ओर से तैयार किए गए एक रिपोर्ट के मुताबित इस फैसले से औसत अमेरिकी परिवार को करों से 1,170 डॉलर की आय का नुकसान होगा. आर्थिक विकास धीमा हो जाएगा और मुद्रास्फीति बढ़ जाएगी.
अमेरिका का टैरिफ फैसला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मेक्सिको और चीन से आयातित वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है. कनाडा और मेक्सिको से आने वाले सामानों पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है. चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% शुल्क बढ़ाया गया है. हालांकि, कनाडा से आयातित तेल पर सिर्फ 10% शुल्क लगेगा ट्रंप प्रशासन के इस कदम का असर अमेरिका और इन देशों के व्यापारिक रिश्तों पर भी पड़ सकता है.