कोरबा:–पाली पंचायतों के चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है। लेकिन पाली जनपद के केराझरिया पंचायत ने मिसाल पेश की है। यहां ग्राम सहमति से सरपंच व कुछ वार्डों में पंचों का चुनाव निर्विरोध हो गया।
ग्राम पंचायत केराझरिया में सौहाद्र बनाए रखने के लिए ग्रामीणों ने आपसी सहमति से गांव की सरकार का चयन कर लिया। यहां न तो पंचायत चुनाव का गहमागहमी है और न किसी के चुनाव जीतने- हारने की कोई फिक्र। क्योंकि यहां के ग्रामीणों ने गांव हित मे आपसी सलाह- मशविरे से बिना मतदान के निवर्तमान सरपंच सत्यनारायण पैकरा की धर्मपत्नी गिरिजा पैकरा को सरपंच पद पर चयन कर लिया। इसके साथ ही साथ पंचायत के 13 वार्डो में 5 वार्ड के पंच भी चुन लिए गए है। शेष वार्डो में भी निर्विरोध पंचों के चयन के प्रयास जारी है। 1475 मतदाता संख्या वाले इस ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के अनुसार जब सबकी राजीखुशी से पदाधिकारियों का चयन हो सकता है तो फिर चुनाव की जरूरत ही क्या है। वहीं निर्विरोध चुनी गई सरपंच गिरिजा पैकरा के पति भी पंचायत में निवर्तमान सरपंच रहते हुए सभी तरह के विकास कार्यो और बुनियादी सुविधाएं स्थानीय लोगों को मुहैया कराने के साथ शासन की योजनाओं का लाभ दिलाया। इसीलिये गांव वालों ने फैसला लेकर गिरिजा पैकरा को अपना सरपंच चुना है ताकि उनके गांव में विकास को और रफ्तार मिल सके। वहीं निर्विरोध सरपंच चुनी गई गिरिजा पैकरा ने कहा कि मुझे रबर स्टैम्प सरपंच समझने की कोई भूल न करना, मेरा काम मेरे होने की गवाही। मैं जनता की बुनियादी समस्याओं को लेकर प्रतिबद्ध रहूंगी। आमजन और गरीब लोगों के लिए गांव की सरकार की ओर से काम किया जाएगा। ग्राम पंचायत को मॉडल पंचायत बनाने के लिए गांव की जनता को साथ लेकर पूरी मेहनत से काम करूंगी साथ ही साथ ग्राम की महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से मजबूत व आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मेरा प्रयास रहेगा।