ज्योतिष शास्त्र:- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी, इसलिए इसे बहुत शुभ माना जाता है. धरती पर पाए जाने वाले रत्न और पत्थरों में से रुद्राक्ष का विशेष महत्व होता है, इसलिए इसका उपयोग जाप करते समय भी किया जाता है. कहते हैं रुद्राक्ष को धारण करने से भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है और दिमाग भी शांत रहता है. ऐसे में कई लोग रुद्राक्ष की कंठी धारण करते हैं तो कोई इसे हाथ में पहनता हैं.
जो जातक अपने हाथ में रुद्राक्ष की माला या एक रुद्राक्ष भी धारण करता है, इससे उसके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. कहते हैं रुद्राक्ष धारण करने से दिमाग शांत रहता है और दिमाग के काम करने की क्षमता बढ़ती है.
अगर आप स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं और रोगों से मुक्त होना चाहते हैं, तो आपको रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. इससे बीमारियों का प्रकोप दूर होने लगता है और भोलेनाथ जातक को निरोग होने का आशीर्वाद देते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर हाथ में रुद्राक्ष धारण किया जाए तो इससे जातक को भय से मुक्ति मिलती है. इतना ही नहीं उसके जीवन में आने वाली सभी परेशानियों का भी निपटारा होता है.
कोशिश करने के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही है और आपको अपने परिश्रम का फल नहीं मिल रहा है, तो ऐसे लोगों को हाथ में रुद्राक्ष धारण करना चाहिए इससे सफलता के योग बनते हैं.
रुद्राक्ष धारण कैसे करना चाहिए, तो आप पंचमुखी रुद्राक्ष लेकर इसे सबसे पहले गंगाजल से शुद्ध करें. इसे धारण करने से पहले ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें, ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा बनी रहतीहै।