नई दिल्ली:– बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी के टिफिन पैक करने के लिए ज्यादातर लोग एल्युमिनियम फॉइल या फिर बटर पेपर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से एक ऑप्शन आपकी सेहत के लिए कितना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है? दरअसल, एक्सपर्ट्स खाना पैक करने के लिए एल्युमिनियम फॉइल का इस्तेमाल करने से बचने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि एल्युमिनियम फॉइल और बटर पेपर में से किसे चुनने से आपकी सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ेगा।
एल्युमिनियम फॉइल या फिर बटर पेपर?
अगर आपको एल्युमिनियम फॉइल और बटर पेपर में से किसी एक ऑप्शन को चुनना पड़े, तो आपको यकीनन बटर पेपर को चूज करना चाहिए। अगर इन दोनों को कंपेयर किया जाए, तो खाना पैक करने के लिए बटर पेपर की जगह एल्युमिनियम फॉइल का इस्तेमाल करना आपकी सेहत के लिए कई गुना नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए बेहतर यही है कि आप बटर पेपर से ही खाना पैक करें।
अगर आप एल्युमिनियम फॉइल से खाना पैक करते हैं तो सिल्वर फॉइल में मौजूद कण खाने में रिलीज हो सकते हैं। यही वजह है कि आपको गर्मागर्म खाने को या फिर विटामिन सी से भरपूर खाने की चीजों को एल्युमिनियम फॉइल में बिल्कुल भी रैप नहीं करना चाहिए। सिल्वर फॉइल खाने में मेल्ट होकर रिएक्ट कर सकता है जिसकी वजह से आपकी गट हेल्थ, ब्रेन हेल्थ और बोन हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है।
बेहतर साबित होगा बटर पेपर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बटर पेपर को सेल्युलोज से बनाया जाता है। इस पेपर से खाना रैप कर न केवल आपके खाने में मौजूद एक्स्ट्रा ऑइल एब्जॉर्ब हो पाएगा बल्कि आपके खाने में नमी भी नहीं घुस पाएगी। इसके अलावा बटर पेपर एल्युमिनियम फॉइल से ज्यादा टेंपरेचर को झेल सकता है। यही वजह है कि बटर पेपर को एल्युमिनियम फॉइल से ज्यादा बेहतर माना जाता है।