मध्यप्रदेश:- स्वस्थ्य और सेहतमंद लोगों को जरूर ब्लड डोनेट करना चाहिए. इससे उनकी सेहत को नुकसान और किसी तरह की कमजोरी का अनुभव नहीं होता है बल्कि उन्हें इसके फायदे होते हैं. ब्लेड डोनेट करके आप किसी जरूरतमंद की जिंदगी बचा सकते हैं.
किन लोगों को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए?
यही कारण है कि रक्तदान को महादान कह सकते है. ब्लड हमारे शरीर का सबसे जरूर तत्व है जिसके जरिए इसके अंगों को कई सारे पोषक तत्व मिलते हैं. साथ शरीर के हर अंगों में ऑक्सीजन पहुंचता है. शरीर में अगर ब्लड की कमी हो जाए तो कई सारी बीमारियां आपको अपना शिकार बना सकती है. इसलिए सेहतमंद लोग समय-समय पर ब्लड डोनेट करते रहते हैं. लेकिन कुछ लोग हैं जो ऐसा नहीं कर सकते हैं. जो लोग शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं उन्हें बीमारी नहीं है तो वह ब्लड डोनेट कर सकते हैं. ब्लड डोनेट करने के लिए कम से कम 18 साल की उम्र होनी चाहिए.
इन बीमारियों में नहीं करना चाहिए ब्लड डोनेट
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों को हेपेटाइटिस B, हेपेटाइटिस C, एचआईवी, हाई ब्लड प्रेशर या खून से जुड़ी गंभीर बीमारियां हैं उन्हें ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. कैंसर ऑटोइम्यून डिजीज और दिल की बीमारी वाले मरीज को ब्लड डोनेट तो बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. साथ ही साथ जिन लोगों को ब्लड में इंफेक्शन है उन्हें भी ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. क्योंकि इंफेक्टेड ब्लड को जब दूसरे व्यक्ति को चढ़ाया जाएगा तो उन्हें दूसरी गंभीर बीमारियों का भी डर हो सकता है. जो व्यक्ति खुद किसी बीमारी से जूझ रहा है तो उन्हें ब्लड डोनेट करने की सलाह नहीं दी जाती है.
ब्लड डोनेशन करने से पहले कुछ जरूरी टेस्ट जरूर करवाने चाहिए. क्योंकि डोनर की मेडिकल हिस्ट्री का पता होना चाहिए. अगर किसी को कोई जेनेटिक या गंभीर बीमारी है तो ऐसे व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को ब्लड डोनेट से बचना चाहिए. कई लोग दिल की बीमारी, इंफेक्शन और सर्जरी से रिकवर तो हो जाते हैं लेकिन उनका ब्लड लेना बाद में खतरनाक साबित हो सकता है. मरीज की सेफ्टी का ध्यान रखते हुए मेडिकल हिस्ट्री का पता रखना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो उसे ब्लड डोनेट नहीं करने की सलाह दी जाती है.
जो लोग स्वस्थ हैं, अगर वो गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं है और उम्र उनकी 50 साल से कम है वे जरूर रक्तदान कर सकते हैं. साथ ही ध्यान रखना है कि ब्लड थिनर लेने वाले, कभी पीलिया से ग्रस्त, खासकर हेपेटाइटिस बी या सी या फिर एनीमिया से ग्रस्त रह चुके लोगों को ब्लड डोनेट से बचना होता है.