उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए टीवी9 सत्ता सम्मेलन के मंच से जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछा गया कि 19 साल के बाद कोई CM चुनाव लड़ने जा रहा है, इस सवाल के जवाब में योगी ने कहा कि जिसमें दम होगा वह चुनाव लड़ेगा. साथ ही उनसे ये भी पूछा गया कि अयोध्या से क्यों नहीं, गोरखपुर से क्यों?
इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास ऑफर थे अनेक जगहों से चुनाव लड़ने का लेकिन पार्टी ने जो फैसला किया वो सर आंखों पर. उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम है जी हमारा. मथुरा आस्था का केंद्र है. अयोध्या, मथुरा, वृंदावन, गोकुल और बरसाना का विकास करना हमारा दायित्व है. सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या आंदोलन की शुरुआत गोरखपुर पीठ से ही हुई थी.
CM मैं वर्तमान भी हूं और अगला भी- योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि गरीब राम और रोटी को साथ लेकर चलता है. वो थकता है तो राम-राम बोलता है. 2019 में सब एक साथ मिलकर लड़े थे लेकिन चारो खाने चित हो गए थे. उन्होंने कहा कि ये चुनाव 80 बनाम 20 का है. 80 वही है जो सुरक्षा चाहता है, विकास चाहता है, जो चाहता है कि हर महिला को सुरक्षा मिले, युवाओं को रोजगार मिले. वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या हम यूपी के अगले मुख्यमंत्री से बात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं वर्तमान भी हूं और अगला भी
अयोध्या और मथुरा पर क्या बोले CM योगी?
अयोध्या पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या की पहचान हमारी सरकार ने वापस दिलाई. चुनाव के लिए हम कभी अयोध्या नहीं गए. मैं हमेशा आस्था की वजह से अयोध्या जाता हूं, राजनीति के लिए नहीं. वहीं, मथुरा पर कहा उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर अपमानजनक तरीके से कोई भूल हुई होगी तो समय उसका सुधार भी करेगा. हर अन्याय का समय के साथ प्रतिकार भी होता है.
CM योगी ने की अपर्णा की तारीफ, बोले-वह एक अच्छी समाजिक कार्यकर्ता हैं
सत्ता सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ ने अपर्णा की एंट्री पर कहा कि वो एक अच्छी समाजिक कार्यकर्ता हैं. मुलायम सिंह के परिवार से किसी ने समाज के लिए काम किया है तो वो अपर्णा ही हैं. मुझसे जब वो पहली बार मिली थीं तो गौ सेवा के लिए ही मिली थीं. वो लंबे समय से इस सेवा में जुड़ी रही हैं. मुलायम सिंह के परिवार के लोग बोलें तो सही. वो परिवार अराधना से बाहर निकल ही नहीं पाते हैं. परिवारवाद पर उन्होंने कहा कि बीजेपी में आने वाले दूसरी पार्टियों के लोग परिवारवाद की राजनीति नहीं करते हैं.
ओवैसी सिर्फ नफरत फैलाते हैं- CM
वहीं, ओवैसी पर हमला बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि उनके पास नफरत फैलाने के अलावा कोई काम नहीं है. ओवैसी बताएं कि वो जहां भी चुनाव लड़े हैं किसके साथ गठबंधन में चुनाव लड़े हैं. उनके पास भड़काने के अलावा कोई मुद्दा है ही नहीं. सपा, बसपा और कांग्रेस को मालूम हो चुका है कि वो जो तुष्टिकरण की राजनीति करते थे उसे जनता ने खारिज कर दिया है. इसलिए वो ये सोच रहे हैं कि अगर वो भी थोड़ा-थोड़ा हिन्दू बनने की ओर अग्रसर हों तो क्या पता उन्हें भी थोड़ा वोट मिल जाए.
यूपी में सात चरणों में होगा मतदान
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा. पश्चिम उत्तर प्रदेश में शुरुआती चरण में मतदान होगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर यह बढ़ेगा. 10 फरवरी को 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान होगा. दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को 55 सीटों पर. तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण का मतदान 60 सीटों पर, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को 60 सीटों पर, छठे चरण का मतदान 57 सीटों पर तीन मार्च को और सातवें चरण का मतदान 54 सीटों पर 7 मार्च को होगा.