आभास कुमार श्रीवास्तव नाम के एक सज्जन हैं. भुवनेश्वर से राउरकेला तक इंटरसिटी एक्सप्रेस से जा रहे थे. सफर में क्या अनुभव रहा, वो बताते हुए 26 दिसंबर को X पर एक पोस्ट किया. लिखा-
‘ चार दिन पहले मैंने सीट रिजर्व की थी. मेरी टिकट भी कंफर्म हो गई. ट्रेन के कोच में घुसते ही मुझे एहसास हुआ कि शायद मैं अपनी सीट नंबर 64 तक पहुंच ही नहीं पाऊंगा. लेकिन एक घंटे बाद मैं अपनी सीट पर पहुंचा. वहां मैंने देखा कि एक प्रेग्नेंट महिला वहां पहले से बैठी है. तो मैं वहां से चला गया और दो घंटे तक गेट पर खड़ा रहा.’
इस पोस्ट के दूसरे हिस्से में उन्होंने IRCTC हेल्पलाइन, IRCTC ऑफिशियल और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए तंज भरे लहजे में लिखा कि इस यादगार यात्रा के लिए और कन्फर्म टिकट के बावजूद खड़े होकर पूरी यात्रा करवाने के लिए शुक्रिया.
फिर पोस्ट के तीसरे हिस्से में उन्होंने लिखा कि लगता है कि लोग इस कोच को जनरल कोच समझ कर घुस गए हैं. शायद इसी वजह से ओडिशा की इंटरसिटी ट्रेनों के कोच ऐसे दिख रहे हैं.