नई दिल्ली:- आज के दौर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना एक आम समस्या माना जाने लगा है. दुनिया भर में लगभग हर उम्र के लोगों में यह समस्या बहुत तेजी से अपना प्रभाव दिखा रही है. इसका सबसे बड़ा कारण गलत खान पान और ईरेगुलर लाइफस्टाइल है. ठंड के मौसम में शरीर में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है. बैड कोलेस्ट्रॉल के कारण हार्ट रिलेटेड समस्याओं का खतरा होता है.
इसलिए, विशेषज्ञ हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों को लाइफस्टाइल में बदलाव करने और ऐसे खाद्य पदार्थ का चुनाव करने का सुझाव देते हैं, जो प्राकृतिक रूप से खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मददगार हो. ऐसे में इस खबर के माध्यम से जानें कि सर्दियों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की क्या वजहें हो सकती है…
जानें सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है बैड कोलेस्ट्रॉल?
मॉडर्न टाइम में हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत खतरनाक होता जा रहा है. इससे वजन बढ़ता है. यह सेहत को नुकसान पहुंचाता है और कई गंभीर बीमारियों का खतरा पैदा करता है. इसलिए, कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए अभी से ही लाइफस्टाइल और आहार में बदलाव करना बेहतर है.
ठंड के मौसम में यह समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि ठंड के मौसम में लोग ज्यादा तला-भुना, फैटी फूड, और जंक फूड खाते हैं. इन खाद्य पदार्थों में ट्रांस फैट होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है.
सर्दियों में लोग घरों में ज्यादा रहते हैं और घूमते-फिरते कम, इस मौसम में लोग आलसी हो जाते हैं और एक्सरसाइज भी कम करते हैं. जिसके कारण खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने लगता है.
वहीं, ठंड के कारण धमनियां भी सिकुड़ जाती हैं, जिसके चलते ब्लड फ्लो स्लो हो जाता है. नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है. इसका परिणाम यह होता है दिल पर दबाव बहुत अधिक बढ़ जाता है. जिसके कारण दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है.
वहीं, ठंड के मौसम में खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे दिल, फेफड़ों, और टांगों की नसों में क्लॉट बनने का खतरा बढ़ जाता है.
सर्दी के मौसम में लोग अधिक मीठा खाते हैं, जिससे शरीर में ट्राइग्लिसराइड का लेवल बढ़ जाता है. जिसके कारण नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है. वहीं, शराब और सिगरेट जैसी आदतें भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का काम करती हैं.
बेहद खतरनाक हो सकता है बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना
बता दें, कोलेस्ट्रॉल एक फैटी तैलीय स्टेरॉयड है जो कोशिका झिल्ली में पाया जाता है. यह ब्लड वेसेल्स में प्लाक के निर्माण का कारण बनता है और ब्लड सप्लाई में रुकावट डालता है. इसके चलते हाई ब्लड प्रेशर, दिल का दौरा, मस्तिष्क स्ट्रोक की खतरा बढ़ जाता है.