इस समय पूरा देश उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ‘राम मंदिर’ के उद्घाटन के लिए पलक पांवड़े बिछाए बैठा है. 22 जनवरी को मंदिर में राम लला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अंतिम चरणों में है. 22 जनवरी के लगभग एक हफ्ते बाद ही देश का फोकस चुनाव से ठीक पहले आने वाले मोदी सरकार के इस कार्यकाल के अंतिम बजट पर होगा. तब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश के सामने अंतरिम बजट पेश करेंगी, लेकिन क्या इस पर ‘राम मंदिर’ का प्रभाव दिखेगा?
क्या निर्मला सीतारमण के बटुए से अयोध्या के लिए कई तोहफे बरसेंगे?‘राम मंदिर’ बनने के बाद करीब 3.5 लाख की आबादी वाले अयोध्या में पर्यटकों की संख्या 10 लाख तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. ऐसे में अयोध्या इस समय संभवतया दुनिया के सबसे बड़े सिटी मॉर्डनाइजेशन के दौर से गुजर रहा है. जहां राम मंदिर निर्माण के अलावा 250 से अधिक परियोजनाओं पर काम चल रहा है. ऐसे में निर्मला सीतारमण बजट में अयोध्या को कुछ अलग तोहफे भी दे सकती है.
अयोध्या को निर्मला का तोहफायूं तो ‘अंतरिम बजट’ में सरकार नए बड़े ऐलान नहीं करती है, लेकिन बीते कुछ अंतरिम बजट में ये परंपरा टूटी है. ऐसे में निर्मला सीतारमण के पास कई ऐसे मौके हैं जहां वह बजट में अयोध्या को काफी कुछ दे सकती है. रेल बजट अब बजट का ही हिस्सा है, ऐसे में निर्मला सीतारमण अयोध्या को नई ट्रेन की सौगात दे सकती हैं.
इसके अलावा मोदी सरकार ने देश के तीर्थ क्षेत्रों के विकास के लिए ‘हृदय योजना’ चलाई हुई है. वहीं शहरों के नवीनीकरण के लिए मोदी सरकार की ‘अमृत स्कीम’ भी काम करती है. ऐसे में निर्मला के पास इन दोनों ही स्कीम के माध्यम से अयोध्या के लिए बड़े ऐलान करने का मौका होगा.मिल चुके हैं ये प्रोजेक्ट्सबजट के बिना ही अयोध्या को केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई प्रोजेक्ट्स की सौगात मिल चुकी है. अयोध्या में पहले ‘मर्यादा पुरुषोतम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ बनाने की नींव रखी गई थी, जिसे अब रिकॉर्ड समय में पूरा कर लिया गया है. हालांकि अब इसका नाम ‘महर्ष वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ कर दिया गया है. संभवतया बीजेपी को इससे चुनाव में वाल्मीकि समाज के वोट हासिल करने का फायदा मिले.
अयोध्या के एयरपोर्ट से इंडिगो और एअर इंडिया की सर्विसेस शुरू हो चुकी हैं. बाकी कंपनियां जल्द अपनी सर्विस अयोध्या के लिए लॉन्च करने जा रही हैं. जबकि सरकार की ओर से अयोध्या के रेलवे स्टेशन का रीडेवलपमेंट हुआ है. जहां से वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों की सर्विस शुरू की गई है. अयोध्या के ब्यूटीफिकेशन, सड़कों के चौड़ीकरण, थीम पार्क और अन्य प्रोजेक्ट्स को मिलाकर 2031 तक अयोध्या में 85,000 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स पूरे किए जाने लक्ष्य रखा गया है.