बरेली: यूपी के बरेली में एक बार फिर से माहौल खराब करने की कोशिश की गई. इस बार समुदाय विशेष के एक युवक ने बागेश्वर धाम वाले आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. हालांकि, हालात बिगड़ने से पहले ही पुलिस हरकत में आ गई और शिकायत मिलते आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. फिलहाल, युवक की प्रोफाइल खंगाली जा रही है.
तब एक स्कूली लड़के के फेसबुक पोस्ट से माहौल खराब होते-होते बच गया था. उससे पहले कांवड़ यात्रा को लेकर बवाल हो चुका है. ऐसे में जैसे ही पुलिस को खबर मिली कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर लोगों में गुस्सा भड़क रहा है, अधिकारी फौरन एक्टिव हो गए. विवादित पोस्ट हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने शिकायत की थी. जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार किया.
आरोपी हाफिजगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उसने इंस्टाग्राम पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जान से मारने की धमकी दी थी. युवक ने अपने धमकी भरे पोस्ट में कई आपत्तिजनक बातें लिखी थीं. एक जगह उसने लिखा था- ‘बाबा की मौत मंडरा रही है.’ हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने उसके इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट लिया और ट्विटर पर बरेली पुलिस को टैग कर कार्रवाई की मांग की. जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और युवक पर सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ़्तार कर लिया.
एसपी ग्रामीण ने बताया थाना क्षेत्र हाफिजगंज के गांव का रहने वाले एक युवक ने सोशल मीडिया पर एक चैट वायरल की थी, जिसमें एक सनातन धर्म के प्रचारक को जान से मारने की धमकी दी गई थी और उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी. इस संबंध में थाना हाफिजगंज में 295, 506 आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत करने के बाद उस युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. विधिक कार्रवाई कराई जा रही है. वहीं, दरगाह आला हजरत के प्रचारक मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा हर आदमी के अपने-अपने विचार हैं.
उसकी सोच पर पहरा नहीं लगाया जा सकता है. हिंसात्मक सोच को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता. धीरेंद्र शास्त्री से विचार से सहमति हो या ना हो यह अलग बात है, मैं भी उनके हिंदू राष्ट्र के विचार पर सहमत नहीं हूं, मगर यह बात कबूल नहीं है कि उनको जान से मारने की धमकी दी जाए. या फिर उनके खिलाफ अपशब्द बोले जाएं. सोशल मीडिया पर इस तरह का दुष्प्रचार न किया जाए, यह गलत है.
मौलाना ने आगे कहा कि नौजवान लोग जज्बात में बह जाते हैं, फिर तनाव पैदा होता है. इसलिए मैं नौजवानों से अपील करना चाहता हूं, खासतौर पर मुस्लिम नौजवानों से कि वह ऐसी हरकतें ना करें और किसी भी रहनुमा के ऊपर टीका टिप्पणी न करें.