ब्रिटिश कॉमेडियन रसेल ब्रैंड पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद यूट्यूब ने वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर उनके चैनल के मोनेटाइजेशन को सस्पेंड कर दिया है. इसका मतलब है कि ब्रांड के यूट्यूब चैनल पर विज्ञापन नहीं दिखाए जाएंगे, जिससे उनके वीडियो पर उन्हें कोई इनकम नहीं मिलेगी. ब्रांड, जो एक समय देश के सबसे हाई-प्रोफाइल कॉमेडियन में से एक थे, उनके यूट्यूब चैनल पर 6 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं.
युट्युब के एक प्रवक्ता ने कहा- “हमने हमारी निर्माता जिम्मेदारी नीति का उल्लंघन करने के लिए रसेल ब्रांड के चैनल पर मोनेटाइजेशन को निलंबित कर दिया है. यदि किसी निर्माता का ऑफ- प्लेटफॉर्म व्यवहार हमारे यूजर्स, कर्मचारियों या इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचाता है, तो हम समुदाय की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करते हैं।
यूट्यूब ने पुष्टि की, ”यह फैसला उन सभी चैनलों पर लागू होता है जिनका ऑपरेशन रसेल ब्रांड के पास हो सकता है.” गार्जियन से बात करते हुए, सोशल मीडिया विश्लेषण एजेंसी कॉरक्यू की मुख्य कार्यकारी, सारा मैककोरक्वोडेल ने कहा कि ब्रांड का यूट्यूब चैनल “संभवतः” प्रति वीडियो 2,000-4,000 पाउंड कमाता है. यूट्यूब की इस घोषणा के बाद से रसेल के समर्थक सोशल मीडिया पर उनके लिए ढेरों पोस्ट लिख रहे हैं.
किसी ने कहा कि पीड़ितों ने पहले मुंह क्यों नहीं खोला तो किसी ने यूट्यूब के फैसले पर ही सवाल उठा दिया. बता दें कि चार महिलाओं ने साल 2006 और 2013 के बीच यौन रसेल पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था. तब ब्रांड बीबीसी रेडियो 2, चैनल 4 के लिए प्रिजेंटर के रूप में काम करते हुए और हॉलीवुड फिल्मों में अभिनय करते हुए अपनी प्रसिद्धि के चरम पर थे. रसेल पर ये आरोप द संडे टाइम्स, द टाइम्स और चैनल 4 डिस्पैच की संयुक्त जांच में लगाए गए थे. वहीं रसेल ने दावों का खंडन किया है और कहा है कि उनके सभी रिश्ते सहमति से बने थे.